बीड (महाराष्ट्र), 14 सितंबर (भाषा) भारतीय कृषि बीमा कंपनी (एआईसी) ने फसल बीमा में कथित अनियमितताओं के मामले में जांच शुरू कर दी है, जिसमें महाराष्ट्र के बीड शहर में करीब 180 लोगों ने औद्योगिक भूमि पर फसल बीमा के लिए अपना नामांकन कराया था वहीं कुछ किसानों ने गैर-कृषि भूमि पर फसलों के लिए बीमा हासिल किया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक एआईसी अधिकारी ने कहा कि उन्होंने जिलाधिकारी दीपा मुधोल मुंडे के संज्ञान में लाया है कि कुछ लोगों ने अतिरिक्त फसल बीमा के लिए नामांकन कराया है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि इन दिनों किसानों के पास सीमित भूमि है। लेकिन कुछ किसानों ने 100 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर फसल बीमा के लिए नामांकन कराया। कुछ लोगों ने एमआईडीसी, गैर-कृषि भूमि आदि पर फसल बीमा के लिए नामांकन कराया। हमें नहीं पता कि ये लोग असली किसान हैं या नहीं। हमारी जांच जारी है।’’
कथित अनियमितताएं सामने आने के बाद ‘रिमोट सेंसिंग’ के आधार पर ग्राउंड ट्रुथिंग (स्थान की वास्तविक जानकारी एकत्र करना) का आदेश दिया गया था।
अधिकारी ने कहा कि बीमा कंपनी द्वारा 15 दिनों की अवधि में किए गए निरीक्षण से पता चला कि कुछ किसानों ने वित्तीय लाभ के लिए अतिरिक्त फसल बीमा लिया था।
एआईसी और कृषि विभाग के पास उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार बीड शहर के महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र में 188 हेक्टेयर जमीन को कृषि-भूमि बता कर 180 लोगों ने फसल बीमा लिया है।
अधिकारी ने कहा कि कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) चलाने वाले कुछ लोगों ने किसानों के लिए फसल बीमा फॉर्म ऑनलाइन भरे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी प्राथमिक जांच के अनुसार हमें संदेह है कि सीएससी संचालक और कुछ अन्य लोग इस अनियमितता में शामिल थे।’’
भाषा सुरभि नरेश अविनाश
अविनाश
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