दुनिया के विकट हालात में भारत का लक्ष्य एक दूसरे का हाथ पकड़कर साथ चलना: राजनाथ सिंह

दुनिया के विकट हालात में भारत का लक्ष्य एक दूसरे का हाथ पकड़कर साथ चलना: राजनाथ सिंह

दुनिया के विकट हालात में भारत का लक्ष्य एक दूसरे का हाथ पकड़कर साथ चलना: राजनाथ सिंह
Modified Date: September 12, 2024 / 12:47 pm IST
Published Date: September 12, 2024 12:47 pm IST

जोधपुर, 12 सितंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया के मौजूदा विकट हालात में भारत का लक्ष्य एक-दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलना है। उन्होंने सहयोगी देशों से अपनी भागीदारी और सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाने का आह्वान किया।

रक्षा मंत्री ने यहां वायु सेना के युद्ध अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘‘आज के समय में जब दुनिया में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है …कई स्थानों पर तो अलग-अलग देशों के बीच लगातार युद्ध चल रहे हैं …इन विकट परिस्थितियों में भारत का लक्ष्य यही है कि हम एक दूसरे का हाथ पकड़कर एक साथ चलें।’’

राजनाथ ने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में जिस तरह से बदलाव हो रहे हैं और जिस तरह से पूरी दुनिया के समक्ष नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, उसे देखते हुए हमें अपनी भागीदारी व सहयोग को नई ऊंचाई तक ले जाने की जरूरत है।’’

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उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ भारतीय रक्षा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है और आज दुनिया भर के श्रेष्ठ और आधुनिक विमानों तथा अगली पीढ़ी के उपकरणों के साथ, भारतीय वायुसेना ने खुद का रूपांतरण किया है।

सिंह ने कहा, ‘‘हमारी वायुसेना, और हमारा रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज हल्के लड़ाकू विमान, सेंसर, राडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर जैसी चीजों में हम बहुत हद तक आत्मनिर्भर हो चुके हैं, और इन क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ने के लिए हम प्रयासरत हैं।’’

भाषा पृथ्वी शोभना वैभव

वैभव


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