भारत-बांग्लादेश के बीच सीमा वार्ता अगले हफ्ते
भारत-बांग्लादेश के बीच सीमा वार्ता अगले हफ्ते
नयी दिल्ली, 14 फरवरी (भाषा) भारत और बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बल अगले सप्ताह यहां द्विवार्षिक वार्ता करेंगे, जिसमें सीमा पर बाड़ लगाने और बांग्लादेशी शरारती तत्वों द्वारा बीएसएफ कर्मियों और नागरिकों पर हमले जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच 55वां महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन 17 से 20 फरवरी के बीच यहां बीएसएफ मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा।
पिछले साल अगस्त में, बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार गिरने के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली शीर्ष स्तरीय बैठक होगी। भारतीय पक्ष का नेतृत्व बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी करेंगे, जबकि बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मेजर जनरल मोहम्मद अशरफजमां सिद्दीकी करेंगे।
बांग्लादेश स्थित शरारती तत्वों या बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा बीएसएफ कर्मियों और भारतीय नागरिकों पर हमले की रोकथाम, सीमा पार से होने वाले अपराधों को रोकने के तरीके, बाड़ लगाने, बांग्लादेश में भारतीय विद्रोही समूहों के खिलाफ कार्रवाई एवं सीमा पर बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दे, समन्वित सीमा प्रबंधन योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए संयुक्त प्रयास, विश्वास बहाली के उपाय और अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
इन द्विवार्षिक वार्ताओं का पिछला संस्करण मार्च 2024 में ढाका में आयोजित किया गया था।
कुल 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पांच राज्यों – पश्चिम बंगाल (2,217 किमी), त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), असम (262 किमी) और मिजोरम (318 किमी) तक फैली हुई है। इन सीमाओं पर बीएसएफ प्रमुख सुरक्षा और खुफिया जानकारी जुटाने वाली एजेंसी के रूप में काम करती है।
पिछले साल दिसंबर में दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आ गया, जब दोनों पड़ोसी देशों ने एक-दूसरे के उच्चायुक्तों को तलब किया। बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त के समक्ष, बाड़ लगाने और सीमा पर हत्याओं के मामले में बीएसएफ की ‘‘गतिविधियों’’ पर अपनी चिंता व्यक्त की, वहीं भारत ने नयी दिल्ली में नियुक्त कार्यवाहक बांग्लादेशी उच्चायुक्त को स्पष्ट कर दिया था कि बाड़ लगाने के दौरान सभी निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।
सरकार ने बजट सत्र में संसद को यह जानकारी दी कि भारत ने बांग्लादेश को यह बता दिया है कि वह सीमा पार से होने वाले अपराधों से निपटने के लिए पड़ोसी देश से सहयोगात्मक रुख की अपेक्षा करता है और इसमें सीमा पर बाड़ लगाने का काम भी शामिल है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में एक प्रश्न के एक लिखित उत्तर में कहा कि इस सीमा का बिना बाड़ वाला हिस्सा 864.482 किमी है।
बीएसएफ ने पिछले महीने कहा था कि उसकी ‘‘कड़ी आपत्ति’’ के कारण पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी नागरिकों और बीजीबी द्वारा किए जा रहे ‘‘अवैध’’ निर्माण को रोका गया। उसने कहा कि हाल के दिनों में इस तरह की गतिविधियां बढ़ी हैं।
सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भारत पिछले साल अगस्त के बाद इस सीमा पर बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा घुसपैठ के प्रयासों में वृद्धि के मामलों को बैठक में उठा सकता है।
सूत्रों ने पहले बताया था कि ये मामले मानव तस्करी और सीमा पार से होने वाली तस्करी से जुड़े हैं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हाल ही में ढाका में कहा था कि वह 17-20 फरवरी के बीच होने वाली दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों के महानिदेशकों की बैठक के दौरान भारत से लगी सीमाओं से जुड़े कुछ समझौतों को खत्म करने की कोशिश करेगी।
भाषा सुभाष दिलीप
दिलीप

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