भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भारत को एक अलग सैन्य कमान संरचना की जरूरत: सीडीएस

भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भारत को एक अलग सैन्य कमान संरचना की जरूरत: सीडीएस

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:32 PM IST
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Published Date: July 2, 2021 6:33 pm IST

नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए भारत को एक अलग सैन्य कमान संरचना की आवश्यकता है।

जनरल रावत ने कहा कि देश को ‘ग्रे जोन’ युद्ध जैसे उभरते सुरक्षा खतरों का सामना करने के लिए एक अलग सैन्य कमान संरचना और एक आदर्श प्रतिमान की जरूरत है।

जम्मू वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर इस तरह के हमले भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करते हैं, तो उसे अपनी पसंद के स्थान और समय पर प्रतिक्रिया देने का अधिकार सुरक्षित रखना चाहिए।

थिंक-टैंक ‘ग्लोबल काउंटर-टेररिज्म काउंसिल (जीसीटीसी)’ में एक सत्र में, जनरल रावत ने कहा कि सशस्त्र बलों ने ड्रोन रोधी एक तंत्र विकसित किया है, लेकिन देश को यदि संपूर्ण रणनीतिक संपत्तियों की रक्षा करनी है तो उसे बहुत बड़ी संख्या में ऐसी प्रणालियों की आवश्यकता है।

उन्होंने सेना, वायुसेना और नौसेना की क्षमताओं को एकीकृत करने वाली प्रस्तावित ‘थिएटर कमान’ का भी पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों, युद्धों और संचालन के लिए उनके संसाधनों का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए पुनर्गठन आवश्यक था। उन्होंने कहा कि नए ढांचे एक साल के भीतर उभरेंगे।

जम्मू में ड्रोन हमले के संदर्भ में, जनरल रावत ने कहा, ‘‘संघर्षविराम का मतलब नियंत्रण रेखा पर विरोधियों के बीच केवल आग को रोकना नहीं है। यदि आप अप्रत्यक्ष प्रणालियों का उपयोग कर रहे हैं, सद्भाव को बाधित करेंगे और एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाएं … यह संघर्षविराम का उल्लंघन है। हम इससे उसी तरह निपटेंगे।’’

भाषा देवेंद्र नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)