अंतरिक्ष क्षेत्र में उभरती प्रवृतियों पर चर्चा के लिए जून में होगी ‘इंडिया स्पेस कांग्रेस’
अंतरिक्ष क्षेत्र में उभरती प्रवृतियों पर चर्चा के लिए जून में होगी ‘इंडिया स्पेस कांग्रेस’
नई दिल्ली, 11 मई (भाषा) देश के अंतरिक्ष क्षेत्र में नए अवसरों पर विचार-विमर्श करने के लिए 30 से अधिक राष्ट्रों के लगभग 1,000 नीति निर्माता और विशेषज्ञ जून में यहां तीन दिवसीय इंडिया ‘स्पेस कांग्रेस’ में जुटेंगे।
भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के नियामक पवन कुमार गोयनका और औद्योगिक जगत के लोग उपग्रह संचार, भू-स्थानिक अनुप्रयोग, गहन अंतरिक्ष अन्वेषण, उभरती प्रौद्योगिकियां, पृथ्वी अवलोकन और रणनीतिक व्यापार गलियारों जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।
‘सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन-इंडिया (एसआईए-इंडिया)’ के तत्वाधान में चौथी ‘इंडिया स्पेस कांग्रेस’ यहां 25-27 जून तक आयोजित की जाएगी, जिसका ध्येयवाक्य होगा: अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अग्रणी नवाचार: वैश्विक साझेदारी की ओर भारत की यात्रा।
एसआईए-इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘देश सत्रों में यूरोप, एशिया-प्रशांत, उत्तरी अमेरिका और मध्य पूर्व के प्रतिनिधिमंडल भी आएंगे। इन सत्रों में क्षमता निर्माण, संयुक्त मिशन और औद्योगिक सह-विकास में द्विपक्षीय सहयोग के अवसरों पर चर्चा होगी।’’
पैंतीस से अधिक केंद्रित विषयगत सत्रों के साथ, ‘इंडिया स्पेस कांग्रेस’ उपग्रह संचार, भू-स्थानिक अनुप्रयोग, गहन अंतरिक्ष अन्वेषण, उभरती प्रौद्योगिकियां, पृथ्वी अवलोकन और रणनीतिक व्यापार गलियारों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को गहन विचार विमर्श करेगी।
भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (आईएन-स्पेस) के अध्यक्ष गोयनका के अलावा केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव अभय करंदीकर, राष्ट्रीय उन्नत अध्ययन संस्थान के निदेशक शैलेश नायक, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून संस्थान के अध्यक्ष काई-उवे श्रोगल और एसआईए-इंडिया के अध्यक्ष सुब्बा राव पावुलुरी समेत कई बड़ी हस्तियां इसमें शामिल होंगी।
भाषा राजकुमार प्रशांत
प्रशांत

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