वैश्विक कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रतिस्पर्धा में भारत को तीसरा स्थान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि: चौना मीन
वैश्विक कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रतिस्पर्धा में भारत को तीसरा स्थान एक महत्वपूर्ण उपलब्धि: चौना मीन
ईटानगर, 15 दिसंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चौना मीन ने सोमवार को कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रतिस्पर्धा में भारत का वैश्विक स्तर पर तीसरा स्थान हासिल करना देश की प्रौद्योगिकी यात्रा में एक मील का पत्थर है।
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में दुनिया का तीसरा सबसे प्रतिस्पर्धी राष्ट्र बनकर उभरा है।
मीन ने कहा कि यह रैंकिंग वैश्विक एआई महाशक्ति के रूप में देश के तेजी से उभरने का संकेत करती है और एक मजबूत, नवाचार-संचालित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में राष्ट्र के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के ग्लोबल एआई वाइब्रेंसी टूल के अनुसार, भारत ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रतिस्पर्धा में विश्व स्तर पर तीसरा स्थान हासिल किया है, जो देश की एआई यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नवीनतम आकलन के अनुसार अमेरिका और चीन के बाद भारत का स्थान है, जो वैश्विक एआई परिदृश्य में देश के बढ़ते प्रभाव को रेखांकित करता है।
स्टैनफोर्ड सूचकांक के मुताबिक, भारत ने अपनी रैंकिंग में अहम सुधार किया है और 2023 में सातवें स्थान से 2024 में तीसरे स्थान पर पहुंच गया।
भाषा धीरज नेत्रपाल
नेत्रपाल

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