Investigation of degrees of rajasthan government employees | Govt Employees Latest News
Govt Employees Latest News: जयपुर: पिछले साल के दिसंबर में राजस्थान में नई सरकार का गठन हुआ था। अशोक गहलोत सरकार की विदाई एक बाद भजनलाल के नेतृत्व में नई सरकार ने कमान संभाली थी। इसके बाद से ही राज्य के सरकारी कर्मचारियों के हित में सीएम भजनलाल कई अहम फैसले लेते रहे है। पिछले दिनों उन्होंने राज्य के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 9 फ़ीसदी के बढ़ोत्तरी का ऐलान किया था तो वही अब एक और बड़े फैसले ने गलत तरीके से नौकरी हासिल करने वाले कर्मियों की चिंता बढ़ा दी हैं।
भजनलाल सरकार पिछले पांच साल के भीतर राजस्थान में हुई भर्तियों की सभी डिग्री और प्रमाण पत्रों की जांच कराएगी। फर्जी डिग्री और फेक सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी पाने वाले रैकेट सामने आने के बाद भजनलाल सरकार ने यह फैसला किया है। इस लिहाज से राजस्थान में पिछले पांच सालों में नौकरी पाए करीब 3 लाख आवेदनों की जांच फिर से होगी। राजस्थान में पीटीआई से सब-इंस्पेक्टर परीक्षा तक में लेकर फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने का मामला सामने आ चुका है।
पता हो कि राजस्थान में पेपर लीक के आरोपों के बाद फर्जी डिग्री के बड़े गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। राजस्थान में पीटीआई भर्ती परीक्षा आयोजित कर रहे राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) ने जब सफल अभ्यर्थियों की डिग्रियों का सत्यापन किया तो पता चला कि 80 से ज्यादा चयनित अभ्यर्थियों की डिग्रियां फर्जी हैं जिनमें से 60 तो सिर्फ चूरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की थीं।
इसके बाद राजस्थान एसओजी ने छापा मारा तो पता चला कि सात लोगों के स्टाफ वाली इस यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्रियों का खेल चल रहा था। ये यूनिवर्सिटी अब तक 43 हजार डिग्रियां बांट चुकी है। यही नहीं, जम्मू-कश्मीर और दक्षिणी राज्यों से भी बड़ी संख्या में राजस्थान के छात्र-छात्राएं डिग्रियां लेकर आ रहे हैं।