कोलकाता, 22 मई (भाषा) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने बृहस्पतिवार को कहा कि संगठन खुद का अंतरिक्ष स्टेशन कक्षा में स्थापित करने के लिए तैयारी कर रहा है और यह भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में एक बड़ी छलांग है।
उन्होंने यह भी कहा कि अंतरिक्ष विभाग देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा है। नारायणन इस विभाग के सचिव भी हैं।
उन्होंने यहां राममोहन मिशन के एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘उदाहरण के लिए हमारे देश को ही लें – हमारे पास 11,500 किलोमीटर लंबी तटरेखा है, और फिर उत्तरी सीमा है। हमें विशाल सीमा की निगरानी करनी होती है और सरकार हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगन से काम कर रही है।’
नारायणन ने कहा, ‘फिलहाल, कक्षा में हमारे 57 उपग्रह हैं, जो मौसम के पूर्वानुमान से लेकर सबसे दूरदराज के क्षेत्रों में शिक्षा पहुंचाने तक, विभिन्न मुद्दों पर अद्यतन जानकारी और डेटा प्रदान करके जनता की सेवा कर रहे हैं।’
उन्होंने पीएसएलवी-सी61 मिशन की हालिया विफलता को इसरो की कामयाबी में एक अपवाद बताया। उन्होंने कहा कि यह झटका किसी भी तरह से इसरो के भविष्य के कार्यक्रमों जैसे गगनयान को प्रभावित नहीं कर सकता है।
भाषा
जोहेब अविनाश
अविनाश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)