पुरी। ओडिशा सरकार ने शनिवार को कहा कि इस साल वार्षिक रथयात्रा उत्सव श्रद्धालुओं की भीड़ के बगैर ही होगा और उन्हें रथ के मार्ग में छतों से भी रस्म देखने की अनुमति नहीं होगी।
Read More News: बिजली कंपनी ने 400 कर्मचारियों की सैलरी रोकी, विरोध में उतरा कर्मचारी संगठन, दी आंदोलन की चेतावनी
पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रशासन ने अपने फैसले की समीक्षा की है और रथयात्रा का दृश्य घरों एवं होटलों की छतों से देखने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है।
Read More News: गरीबों की गाढ़ी कमाई पर कुंडली मारकर बैठा है हाउसिंग बोर्ड, अपने ही पैसे के लिए लोग काट रहे चक्कर
उन्होंने कहा कि 12 जुलाई को होने वाले इस उत्सव से एक दिन पहले पुरी शहर में कर्फ्यू लगाया जाएगा जो अगले दिन दोपहर तक प्रभाव में रहेगा। बड़दांड में करीबन 41 होटल एवं लाज है। निर्णय के मुताबिक रथयात्रा से दो दिन पहले से ही पर्यटकों रखने या बुकिंग ना करने के लिए कहा गया है। बड़दांड में रहने वाले होटल एवं लाज को खाली किया जाएगा। होटल एवं लाज के मालिकों के साथ बैठक कर उन्हें जागरूक किया जाएगा।
Read More News: शिक्षक भर्ती का बहाना…सरकार पर निशाना! जब ऑनलाइन पढ़ाई जारी तो फिर क्यों नहीं दी जा रही नियुक्ति?
वर्मा ने कहा कि भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का यह उत्सव कोविड-19 महामारी के चलते लगातार दूसरे वर्ष बिना श्रद्धालुओं की भागीदारी के मनाया जा रहा है।
Read More News: FIR पर महाभारत! टकराव की सियासत कहां जाकर खत्म होगी?
उन्होंने शहर के लोगों से टेलीविजन पर इस उत्सव का सीधा प्रसारण देखने की अपील की।
Read More News: प्रॉपर्टी विवाद में बिल्डर को मारी गोली, फिल्मी स्टाइल में युवक ने दनादन 4 राउंड की फायरिंग
Hemant Soren News : 96 दिनों बाद जेल से बाहर…
18 mins ago