जम्मू-कश्मीर: पुलिस ने आतंकवादी सहयोगी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
जम्मू-कश्मीर: पुलिस ने आतंकवादी सहयोगी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
श्रीनगर, 25 अक्टूबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस शाखा ने शनिवार को अनंतनाग जिले के रहने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ आतंकियों की भर्ती मामले में आरोपपत्र दाखिल किया।
व्यक्ति पर आतंकवादी के सहयोगी के रूप में काम करने का आरोपी है।
काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) के एक प्रवक्ता ने इसे सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान समर्थित आतंकी प्रचार और भर्ती नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता करार दिया।
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने यहां राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) अधिनियम के तहत नियुक्त एक विशेष न्यायाधीश की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
यह आरोपपत्र दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के द्रीन काजीगुंड इलाके के निवासी आदिल अहमद खान उर्फ गुल खान के खिलाफ तत्कालीन भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत 2023 में दर्ज एक मामले में दायर किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला एक आतंकी भर्ती मॉड्यूल से संबंधित है, जिसे सोशल मीडिया मंचों के माध्यम से गुप्त रूप से संचालित किया जा रहा था।
इस मॉड्यूल का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के आसानी से प्रभावित होने वाला युवाओं को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, विशेष रूप से सीमा पार पाकिस्तान से प्रायोजित और नियंत्रित संगठनों में कट्टरपंथी बनाना और भर्ती करना है।
उन्होंने बताया कि जांच विश्वसनीय जानकारी के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें सामने आया कि आरोपी पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के आतंकवादी आकाओं के साथ मिलकर कश्मीरी युवाओं को लुभाने व उन्हें भारत की संप्रभुता एवं अखंडता के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए उकसाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर रहा था।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान तीन आरोपियों को पहले ही मामले में संलिप्त पाया गया था और उनके खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दायर किया गया था।
उन्होंने बताया कि इन तीन आरोपियों की पहचान कंदूरा बडगाम निवासी वसीम अहमद शेख, टिक्कीपोरा लोलाब निवासी जुनैद अहमद मीर और शहर के दरबाग हरवान इलाके निवासी शब्बीर अहमद गोजरी के रूप में हुई है।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच में आरोपी खान की सक्रिय भूमिका का पता चला, जो ‘फेसबुक’ और ‘ट्विटर’ (अब एक्स) के माध्यम से एक समर्पित ऑनलाइन भर्ती नेटवर्क चला रहा था और ‘अलगाववादी, राष्ट्र-विरोधी और आतंकवाद-समर्थक सामग्री’ फैला रहा था।
उन्होंने बताया कि जांच आगे बढ़ने पर और अधिक गिरफ्तारियां व खुलासे होने की उम्मीद है।
भाषा जितेंद्र माधव
माधव

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