जानकी शीर्षक विवाद: मलयालम फिल्मोद्योग ने सीबीएसफसी कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन

जानकी शीर्षक विवाद: मलयालम फिल्मोद्योग ने सीबीएसफसी कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन

जानकी शीर्षक विवाद: मलयालम फिल्मोद्योग ने सीबीएसफसी कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन
Modified Date: June 30, 2025 / 06:10 pm IST
Published Date: June 30, 2025 6:10 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 30 जून (भाषा) केरल फिल्म उद्योग के विभिन्न संगठनों ने सोमवार को सुरेश गोपी अभिनीत फिल्म ‘जानकी बनाम केरल राज्य’ का नाम बदलने की बोर्ड की मांग का विरोध करते हुए यहां केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया ।

निर्माताओं, निर्देशकों, अभिनेताओं और तकनीशियनों ने एक दिन का विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि सेंसरशिप मंजूरी हासिल करने के लिए फिल्म का शीर्षक बदलने का सीबीएफसी अध्यक्ष (प्रसून जोशी) का निर्देश अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन है और यह अनावश्यक धार्मिक सेंसरशिप के समान है।

निर्देशक, निर्माता और फिल्म कर्मचारी महासंघ केरल (एफईएफकेए) के महासचिव बी उन्नीकृष्णन ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया कि फिल्म का शीर्षक बदलने का निर्णय निर्माता के हाथ में होता है, लेकिन विरोध का उद्देश्य सेंसरशिप का बड़ा मुद्दा और फिल्म निर्माताओं के रचनात्मक अधिकारों का उल्लंघन है।

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उन्होंने कहा, ‘‘वे कुछ नामों के इस्तेमाल के आधार पर आपत्तियां उठा रहे हैं और सेंसरशिप प्रमाणपत्र जारी करने से इनकार कर रहे हैं। सिनेमा धार्मिक या जातिगत विचारों से परे है और हम इसे ऐसे नहीं चलने दे सकते।’’

उन्नीकृष्णन ने कहा कि हालांकि मलयालम फिल्म उद्योग संख्या के लिहाज से बहुत बड़ा नहीं है, लेकिन यह ‘‘रचनात्मक स्वतंत्रता पर इस तरह के हमलों के सामने चुप नहीं रहेगा।’’

विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के प्रदेश सचिव बिनॉय विश्वम ने कहा कि सुरेश गोपी केंद्र सरकार में राज्य मंत्री भी हैं , ऐसे में उन्हें इस बात पर विचार करना चाहिए कि उनकी सरकार किस तरह ‘‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंट रही है।’’

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता इंद्रांस ने कहा, ‘‘मैं डरा हुआ हूं। मुझे नहीं पता कि जब हम नई फिल्में लेकर आएंगे तो हमारे सामने क्या होगा। यह भयावह है।’’

प्रवीण नारायणन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अनुपमा परमेश्वरन भी मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म कथित तौर पर जानकी नामक एक प्रताड़ित महिला की राज्य के खिलाफ कानूनी लड़ाई के इर्द-गिर्द घूमती है।

सूत्रों के अनुसार, फिल्म को ‘प्रदर्शन संबंधी मंजूरी’ देने से इस आधार पर इनकार कर दिया कि देवी सीता के लिए एक वैकल्पिक नाम ‘जानकी’ का इस्तेमाल ऐसे चरित्र के लिए नहीं किया जा सकता।

भाषा राजकुमार नरेश

नरेश


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