झारखंड युवती मौत : राज्य सरकार मुआवजा देगी, महिला आयोग ने कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी

झारखंड युवती मौत : राज्य सरकार मुआवजा देगी, महिला आयोग ने कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी

झारखंड युवती मौत : राज्य सरकार मुआवजा देगी, महिला आयोग ने कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:26 pm IST
Published Date: August 29, 2022 8:55 pm IST

रांची/दुमका, 29 अगस्त (भाषा) झारखंड सरकार ने दुमका जिले में एक युवती को जिंदा जलाए जाने की घटना के बाद सोमवार को उसके परिजनों को नौ लाख रुपये का मुआवजा सौंपा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना के सिलसिले में पुलिस से सात दिनों के भीतर कार्रवाई के बारे में रिपोर्ट मांगी है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका जिला प्रशासन को शोक संतप्त परिवार को तत्काल 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने का निर्देश दिया है।

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दुमका के उपायुक्त (डीसी) रविशंकर शुक्ला ने पीटीआई-भाषा से कहा, “मुख्यमंत्री के निर्देश पर युवती के परिवार को राहत राशि मुहैया करा दी गई है। सोमवार को परिवार को नौ लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया।”

उन्होंने कहा कि जब महिला को दुमका से राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थानांतरित किया जा रहा था, तब परिवार को एक लाख रुपये की राशि पहले ही प्रदान की जा चुकी थी।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक राज्यपाल रमेश बैस ने अपने विवेकाधीन अनुदान से पीड़ित परिवार को तत्काल दो लाख रुपये देने की घोषणा की है।

राज्यपाल बैस ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को घटना में स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच करने का भी निर्देश दिया और कहा कि आरोपियों की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले का त्वरित निस्तारण के लिए फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई होगी।

हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, ‘‘पुलिस महानिदेशक को इस घटना की जांच की प्रगति पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है, इस जांच को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारी द्वारा संचालित किया जाना चाहिए।’’

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने सोमवार को कहा कि उसने झारखंड के पुलिस प्रमुख को पत्र लिखकर दुमका में एक युवती को जलाने की घटना की निष्पक्ष जांच करने को कहा है।

आयोग ने सात दिनों के भीतर पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है।

दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लाकड़ा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मुख्य आरोपी को कथित तौर पर पेट्रोल की आपूर्ति करने वाले एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे आरोपी की पहचान छोटू खान उर्फ नईम के रूप में की गयी है।

राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए सोरेन ने दुमका की घटना को ‘‘दिल दहला देने वाला’’ करार दिया।

उन्होंने कहा, ”हमारा प्रयास होगा कि दोषी को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जाए। ऐसे मामलों के लिए सजा का प्रावधान सख्त किया जाना चाहिए।”

कांग्रेस विधायक और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, “यह बेहद संवेदनशील मामला है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मामले की त्वरित सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी।’’

राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर घटना को लेकर ‘सांप्रदायिक राजनीति’ करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य सरकार भी दोषियों के लिए कड़ी सजा चाहती है।

झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘दुमका की घटना निंदनीय है। भाजपा को इस पर सांप्रदायिक राजनीति करने से बचना चाहिए। सरकार भी दोषियों पर फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाना चाहती है।’’

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और बाबूलाल मरांडी ने मांग की कि आरोपियों पर फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाया जाए और महिला के परिजनों को एक करोड़ रुपये के मुआवजे के अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए।

गौरतलब है कि इस घटना में झारखंड के दुमका में 23 अगस्त को शाहरुख नामक एक युवक ने एकतरफा प्यार में असफल होने पर 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली 19 साल की युवती को जिंदा जला दिया। इस घटना के समय युवती अपने कमरे में सो रही थी।

घटना में 90 फीसदी तक झुलस गयी युवती को इलाज के लिए रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया था जहां रविवार तड़के उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने कहा कि सोमवार को मयूराक्षी नदी के किनारे दुमका में कड़ी सुरक्षा के बीच युवती के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

अंतिम संस्कार में दुमका के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक अंबर लाकड़ा और दुमका के भाजपा सांसद सुनील सोरेन मौजूद थे।

इस घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने सोमवार को दुमका में बंद का आह्वान किया था। इस दौरान सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, स्कूल और कॉलेज बंद रहे और लंबी दूरी की बसों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।

भाषा रवि कांत माधव

माधव


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