पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है ‘के-रेल’ परियोजना, मंत्री पीयूष गोयल ने कहा – पुनर्विचार करे केरल सरकार
'K-Rail' project is harmful for the environment : केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि केरल की वाम सरकार की प्रस्तावित
कोच्चि। ‘K-Rail’ project is harmful for the environment : केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि केरल की वाम सरकार की प्रस्तावित महत्वाकांक्षी ‘के-रेल’ परियोजना राज्य के पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है। गोयल ने कहा कि राज्य सरकार को इस पहल पर दोबारा सोचना चाहिए।
केंद्र सरकार ने नहीं दी कोई अनुमति
‘K-Rail’ project is harmful for the environment : केंद्रीय मंत्री ने यहां मीडिया से कहा कि केंद्र सरकार ने अब तक हाईस्पीड सिल्वरलाइन परियोजना के लिए कोई अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा, “अभी तक कोई अनुमति नहीं दी गई है और हमारा मानना है कि यह पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है इसलिए केरल सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। सरकार को केरल के लोगों की चिंताओं पर गौर करना चाहिए और उनकी मर्जी के अनुसार काम करना चाहिए।”
मंत्री पियूष गोयल ने की सरकार की आलोचना
‘K-Rail’ project is harmful for the environment : गोयल ने यहां भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में वाम सरकार की आलोचना की और कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास की कमी के चलते लोग खाड़ी देशों में पलायन कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा, “आपको जीविका अर्जित करने के लिए खाड़ी जाने की क्या जरूरत है। अवसंरचना विकास क्यों नहीं हो रहा? मुझे याद है मैंने रेल मंत्री रहते केरल सरकार से बात की थी। लेकिन उन्होंने आवश्यक परियोजनाओं के लिए कभी भूमि का अधिग्रहण कर उसे हमें नहीं दिया। अब वे एक सिल्वरलाइन परियोजना लेकर आए हैं जिसके लिए मुझे नहीं लगता कि उन्हें जमीन मिल पाएगी।”
मंत्री ने वाम सरकार पर लोकलुभावन वादे करने और अपने कदमों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया। केरल सरकार की ‘के-रेल’ या सिल्वरलाइन परियोजना से तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच की यात्रा में लगने वाला समय 12 घंटे से घटकर चार घंटे होने की उम्मीद है।

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