पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए कानपुर के व्यवसायी का हुआ अंतिम संस्कार

पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए कानपुर के व्यवसायी का हुआ अंतिम संस्कार

पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए कानपुर के व्यवसायी का हुआ अंतिम संस्कार
Modified Date: April 24, 2025 / 01:46 pm IST
Published Date: April 24, 2025 1:46 pm IST

( तस्वीर सहित )

कानपुर (उप्र), 24 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में मारे गए कानपुर के व्यवसायी शुभम द्विवेदी के शव का बृहस्पतिवार पूर्वाह्न अंतिम संस्कार कर दिया गया।

इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के घर पहुंचकर उसे श्रद्धांजलि दी और परिजन से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की।

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आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि द्विवेदी का शव बुधवार देर रात कानपुर पहुंचा और आज पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और राकेश सचान, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कई वरिष्ठ पदाधिकारियों समेत हजारों लोग मौजूद थे।

शुभम के पार्थिव शरीर को एंबुलेंस से ग्रीन कॉरिडोर के जरिए उनके पैतृक गांव हाथीपुर ले जाया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजन से मुलाकात की और उनके प्रति संवेदना प्रकट की।

आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक कायरतापूर्ण आतंकी हमले में असमय दिवंगत हुए शुभम द्विवेदी के कानपुर स्थित उनके पैतृक आवास पर आज उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की एवं शोकाकुल परिजनों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया।”

उन्होंने कहा, ”प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोक संतप्त परिजनों को यह अथाह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”

मीडियाकर्मियों के सामने शुभम की पत्नी ऐशन्या ने दुखद घटना का जिक्र किया और कहा कि आतंकवादियों ने पूछा था कि वे हिंदू हैं या मुसलमान, और अगर वे मुस्लिम हैं तो कलमा पढ़ें। ऐशन्या के मुताबिक, जैसे ही शुभम ने हिंदू कहा, उन्होंने शुभम को गोली मार दी।

द्विवेदी की शादी दो महीने पहले ही 12 फरवरी को हुई थी। एक ट्रेडिंग कंपनी चलाने वाले शुभम 16 अप्रैल को अपनी पत्नी और परिवार के नौ अन्य सदस्यों के साथ एक सप्ताह की छुट्टी पर कश्मीर गए थे।

शुभम पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए 26 लोगों में शामिल हैं। यह हमला कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए सबसे भीषण हमलों में से है।

भाषा सं सलीम मनीषा

मनीषा


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