कर्नाटक में प्रत्याशी घोषित कर फंसी कांग्रेस, नेताओं ने दी पार्टी छोड़ने की धमकी, प्रदर्शन-नारेबाजी

कर्नाटक में प्रत्याशी घोषित कर फंसी कांग्रेस, नेताओं ने दी पार्टी छोड़ने की धमकी, प्रदर्शन-नारेबाजी

कर्नाटक में प्रत्याशी घोषित कर फंसी कांग्रेस, नेताओं ने दी पार्टी छोड़ने की धमकी, प्रदर्शन-नारेबाजी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:38 pm IST
Published Date: April 16, 2018 9:02 am IST

बेंगलुरू। देश के लगभग सभी बड़े राज्य हार चुकी कांग्रेस के सामने अब कर्नाटक बचाने की बड़ी चुनौती है, वैसे कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार ने लिंगायत समुदाय को धर्म का दर्जा देने की जो बाॅल भाजपा नीत केंद्र सरकार के पाले में डाली है उससे उभरने और कर्नाटक के लिए नई रणनीति तैयार करने तक कांग्रेस चैन की सांस ले सकती थी। लेकिन मिलकर मजबूती के साथ इस मुद्दे को भुनाने के बजाय कर्नाटक कांग्रेस में अलगाव हो गया वह भी अपने पदासीन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ, पार्टी में कलह की वजह बनी विधानसभा चुनावों के लिए जारी की गई 2018 कैंडिडेट् की लिस्ट।

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जैसे ही पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की वैसे ही नाराज नेताओं के बगावती सुर सामने आने लगे। कई नाराज नेताओं ने तो पार्टी से इस्तीफा देने की चेतावनी तक दे डाली, प्रदेश में कई जगह असंतुष्ट नेताओं और उनके समर्थकों ने टिकट बंटवारे की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया। 

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देखें –  

कांग्रेस के लिस्ट जारी करने के कुछ ही समय बाद कर्नाटक की कई विधानसभा सीटों से असंतोष के स्वत मुखर होने लगे जिनमें, बेलूर, नेलमंगला, कित्तूर, बदामी, कोल्लेगल, कुनिगल, कोलार, जगलुर तिप्तुर, मायाकोंडा और हंगल शामिल है। हंगल विधानसभा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री मनोहर तहसीलदार का टिकट कटने के बाद उनके गुस्साए समर्थकों ने कांग्रेस के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर अपने नेता के लिए टिकट की मांग की।

देखें – 

इतना ही नहीं कांग्रेस द्वारा जारी की गई अपने प्रत्याशियों की लिस्ट में कई मौजूदा विधायकों के टिकट कट गए जगलुर के विधायक एचपी राजेश अपना टिकट कटने के बाद सीएम सिद्धारमैया से मिलने बेंगलुरू पहुंच गए। ये वे प्रदर्शन है जो जमीन पर दिखाई दे रहे है लेकिन सूत्रों का कहना है कि असल मामला तो मल्लिकार्जुन खड़गे और डीके शिवकुमार जैसे दिग्गज नेताओं के बीच चल रही उठापटक का है और जो मतभेद टिकट बंटवारे के बाद उभरे है वे बस इन बडे़ नेताओं के बीच की आपसी रंजिश की अभिव्यक्ति मात्र है। वैसे फिलहाल नाराज नेताओं के निशाने पर सीएम सिद्धारमैया ही है। 

 

वेब डेस्क, IBC24


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