बेंगलुरु, 16 मई (भाषा) कर्नाटक के हुबली में एक युवती की हत्या को लेकर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर बृहस्पतिवार को निशाना साधा और सरकार पर आरोप लगाया कि वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही।
हुबली में बुधवार को 20 वर्षीय अंजलि अम्बिगेरा की हत्या और 18 अप्रैल को इसी शहर में एक कॉलेज परिसर में छात्रा नेहा हिरमेथ की हत्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और जगदीश शेट्टार तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण ने सिद्धरमैया के नेतृत्व वाले प्रशासन पर हमला बोला।
बोम्मई ने गडग में पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया, ‘‘हत्या के कारणों में पुलिस की भूमिका भी बड़ी है, इस हत्या के लिए पुलिस परोक्ष रूप से जिम्मेदार है क्योंकि वह इसे रोकने में असमर्थ रही है। राज्यभर में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से धवस्त हो चुकी है।’’
उन्होंने सरकार पर विपक्षियों की आवाज को दबाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव के बाद से पुलिस विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ अत्याचार जैसे मामले दर्ज करने में लगी हुई है।’’
हुबली में शेट्टार ने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रशासन से अपना नियंत्रण खो चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘‘नेहा हिरमेथ हत्याकांड के बाद हमें लगा कि पुलिस सतर्क हो गई होगी या मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री समेत शीर्ष स्तर से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश होंगे, लेकिन लगता है राज्य सरकार ने इसे हल्के में ले लिया, इसलिए एक के बाद एक हत्याएं हो रही हैं।’’
अंजलि हत्याकांड का उल्लेख करते हुए शेट्टार ने कहा कि राज्यभर में बढ़ती इस तरह की घटनाओं से स्पष्ट है कि सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, गृह मंत्री जी. परमेश्वर तथा उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
अश्वथ नारायण ने बेंगलुरु में कहा कि कांग्रेस सरकार को एक साल पूरे होने जा रहा है और इस कार्यकाल में हत्या, वसूली और ‘‘कट्टरपंथी ताकतों को बढ़ावा’’ देने जैसी घटनाएं देखी गईं। उन्होंने कहा कि ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति’’ हो रही और कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह अक्षम और शून्य विकास वाली सरकार है। यह प्रशासनिक व्यवस्था कायम रखने में विफल हो गयी है तथा सभी विभागों में, खासतौर पर गृह विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है।’’
भाषा खारी प्रशांत
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