केरल : मंदिर उत्सव के दौरान आरएसएस नेता की तस्वीरें प्रदर्शित करने पर विवाद

केरल : मंदिर उत्सव के दौरान आरएसएस नेता की तस्वीरें प्रदर्शित करने पर विवाद

केरल : मंदिर उत्सव के दौरान आरएसएस नेता की तस्वीरें प्रदर्शित करने पर विवाद
Modified Date: April 16, 2025 / 04:26 pm IST
Published Date: April 16, 2025 4:26 pm IST

कोल्लम (केरल), 16 अप्रैल (भाषा) केरल के कोल्लम जिले में मंदिर उत्सव के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक के बी हेडगेवार की तस्वीरों के प्रदर्शन से विवाद हो गया है। मामले में त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) ने अपनी सतर्कता शाखा से रिपोर्ट मांगी है।

मंगलवार रात को कोल्लम पुरम उत्सव के दौरान हेडगेवार की तस्वीरें बी आर आंबेडकर और श्री नारायण गुरु जैसे प्रमुख समाज सुधारकों की तस्वीरों के साथ प्रदर्शित की गईं।

टीडीबी सूत्रों ने बुधवार को बताया कि जिले में स्थित पुथियाकावु मंदिर का प्रबंधन पुरम उत्सव में ‘‘कुडमट्टम’’ के आयोजन के दौरान आरएसएस नेता की तस्वीरें प्रदर्शित करने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि यह मंदिर टीडीबी के दायरे में नहीं आता है।

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कोल्लम पुरम प्रसिद्ध आश्रमम श्री कृष्णस्वामी मंदिर में वार्षिक उत्सव के दौरान आयोजित किया जाने वाला एक प्रदर्शन है। टीडीबी के अंतर्गत आने वाला आश्रमम मंदिर इस कार्यक्रम का आयोजक है, लेकिन अन्य स्थानीय मंदिर भी इसमें भाग लेते हैं।

टीडीबी के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कोल्लम पुरम के दौरान आरएसएस नेता की तस्वीरें प्रदर्शित करने का मुद्दा संज्ञान में आने के बाद टीडीबी ने इस संबंध में देवस्वओम सतर्कता शाखा से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कदम उठाए जाएंगे।’’

उन्होंने स्पष्ट किया कि पुथियाकावु मंदिर, जिसने कथित तौर पर उत्सव के दौरान आरएसएस नेता की तस्वीरें प्रदर्शित की थी, टीडीबी के तहत नहीं आता है।

यह घटना कोट्टुक्कल के एक मंदिर में संगीत समारोह के दौरान आरएसएस के प्रार्थना गीत के कथित गायन और जिले के कडक्कल में एक अन्य उत्सव के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की प्रशंसा में ‘‘क्रांतिकारी गीत’’ गाने से संबंधित विवादों के बाद हुई है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब मंदिर उत्सवों के दौरान राजनीतिक प्रतीकों के प्रदर्शन के खिलाफ उच्च न्यायालय का निर्देश लागू है।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने घटना की आलोचना की और आरोप लगाया कि लोगों का एक वर्ग राज्य में पूजा स्थलों का राजनीतिकरण करने का जानबूझकर प्रयास कर रहा है।

कांग्रेस नेता सतीशन ने तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं से कहा कि यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) पूजा स्थलों के राजनीतिकरण के खिलाफ है। उन्होंने आरएसएस और माकपा दोनों से ऐसी गतिविधियों से परहेज करने का आग्रह किया।

भाषा आशीष माधव

माधव


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