कोच्चि, 25 दिसंबर (भाषा) केरल उच्च न्यायालय ने सोमवार को एक विशेष सुनवाई की और त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड को निर्देश दिया कि वह वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा पर सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को ‘एडथावलम’ में पानी, नाश्ता और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराए।
न्यायमूर्ति अनिल के. नरेंद्रन और न्यायमूर्ति जी गिरीश की पीठ ने उन खबरों के मद्देनजर विशेष सुनवाई की, जिनमें दावा किया गया है कि बच्चों सहित श्रद्धालु सबरीमला की सड़कों पर भोजन या पानी के बिना 12 घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे।
मामले से जुड़े एक वकील ने कहा कि पीठ ने त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि ‘एडथावलम’ में पानी, नाश्ता और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, जो तीर्थयात्रियों के लिए अल्पकालिक विश्राम स्थल है।
वकील ने कहा कि अदालत ने राज्य पुलिस प्रमुख को मंदिर और इसके आसपास भीड़ नियंत्रण प्रयासों की समग्र निगरानी करने और यदि आवश्यक हो तो अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया।
खबरों में यह भी कहा गया कि सबरीमला में भारी भीड़ के कारण तीर्थयात्रियों के वाहन विभिन्न स्थानों पर घंटों तक सड़कों पर खड़े रहे।
टीडीबी सूत्रों के मुताबिक, रविवार को करीब 1.2 लाख लोग दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे और सोमवार को भी करीब इतनी ही संख्या में लोग आए।
भाषा
नेत्रपाल दिलीप
दिलीप
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