केरल के मंत्री शिवनकुट्टी ने मुख्यमंत्री विजयन की टिप्पणी का बचाव किया

केरल के मंत्री शिवनकुट्टी ने मुख्यमंत्री विजयन की टिप्पणी का बचाव किया

केरल के मंत्री शिवनकुट्टी ने मुख्यमंत्री विजयन की टिप्पणी का बचाव किया
Modified Date: December 12, 2025 / 08:36 pm IST
Published Date: December 12, 2025 8:36 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 12 दिसंबर (भाषा) केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कांग्रेस के संदर्भ में ‘महिलाओं का शोषण करने वाले’ शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि वह चल रही घटनाओं से ‘तंग आ चुके’ थे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को अब और उकसाया न जाए।

शिवनकुट्टी ने कहा कि अगर विजयन को और उकसाया गया तो वह कांग्रेस में चल रही घटनाओं के बारे में और भी बहुत कुछ बता सकते हैं।

मंत्री ने यहां एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, ‘उन्हें वहां की हर बात पता है। इसलिए उनका मुंह न खुलवाएं।’

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मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेस के संबंध में ‘महिलाओं का शोषण करने वाले’ शब्द के प्रयोग के बारे में मंत्री ने कहा कि विजयन ने ‘तंग आ जाने’ के बाद उस शब्द का इस्तेमाल किया और पूछा कि इसके अलावा और कौन सा शब्द इस्तेमाल किया जा सकता था।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि जब मुख्यमंत्री यह दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस में महिला विरोधी लोग हैं, तो उन्हें यह देखना चाहिए कि उनके मंत्रिमंडल के कितने सदस्य, वामपंथी विधायक और उनके कार्यालय के कितने कर्मचारी यौन उत्पीड़न के मामलों में शामिल हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला ने विजयन पर पलटवार करते हुए कहा था कि कांग्रेस के खिलाफ ऐसे आरोप लगाने वाले मुख्यमंत्री को पहले अपनी पार्टी और वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) में मौजूद ‘महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करने वालों’ को नियंत्रित करना चाहिए।

कांग्रेस से निष्कासित विधायक राहुल ममकूटाथिल का स्थानीय निकाय चुनावों में मतदान करने पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किए जाने की खबरों के संबंध में, शिवनकुट्टी ने कहा कि यह कांग्रेस की ‘संस्कृति’ को दर्शाता है।

मंत्री ने कहा, ‘उनकी (कांग्रेस की) इस तरह से काम करने की परंपरा रही है और मुख्यमंत्री ने इसी बात का ज़िक्र किया। ऐसी बहुत सी कहानियाँ हैं। अदालत ने भले ही सबूतों की कमी के कारण उन्हें छोड़ दिया हो, लेकिन लोग जानते हैं कि उन्होंने क्या किया है।’

भाषा आशीष नरेश

नरेश


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