मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण मौसम में बदलाव दिखा: आईएमडी

मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण मौसम में बदलाव दिखा: आईएमडी

मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण मौसम में बदलाव दिखा: आईएमडी
Modified Date: January 19, 2024 / 12:39 am IST
Published Date: January 19, 2024 12:39 am IST

नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में दिसंबर में 80 प्रतिशत वर्षा की कमी दर्ज की गई और जनवरी अब तक लगभग शुष्क रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसके लिए इस सर्दी के मौसम में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।

आईएमडी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कमी 25 दिसंबर से क्षेत्र के मैदानी इलाकों में कोहरे की परत छाए रहने की वजह भी है। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की मौसम प्रणाली भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होती है और उत्तर पश्चिम भारत में बेमौसम बारिश लाती है।

लद्दाख के लेह में मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख सोनम लोटस ने कहा कि वर्षा की कमी से हिमालय क्षेत्र में मीठे पानी की उपलब्धता प्रभावित होने की संभावना है जिससे बागवानी और कृषि उत्पादन प्रभावित होगा।

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कश्मीर के शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के डीन (कृषि) रायहाना हबीब कंठ ने कहा कि चिल्लई कलां अवधि (21 दिसंबर से 29 जनवरी) में बर्फबारी दक्षिण-पश्चिम मानसून शुरू होने से पहले क्षेत्र के लिए मीठे पानी का एकमात्र स्रोत है।

उन्होंने कहा, ‘‘लंबे समय तक सूखे के दौर ने क्षेत्र की नदियों और नालों में जल स्तर को कम कर दिया है।’’

आईएमडी के वैज्ञानिकों कृष्ण मिश्रा, नरेश कुमार और आरके जेनामणि द्वारा लिखित एक रिपोर्ट के अनुसार, 29 दिसंबर से उत्तरी मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस नीचे है जबकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 7-8 जनवरी को राहत मिली। 12 से 17 जनवरी तक क्षेत्र में कई मौसम केंद्रों पर न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।

भाषा सुरभि रंजन

रंजन


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