लखीमपुर मामले की जांच महज ‘कागजी कार्रवाई’, अजय मिश्रा को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया: कांग्रेस |

लखीमपुर मामले की जांच महज ‘कागजी कार्रवाई’, अजय मिश्रा को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया: कांग्रेस

लखीमपुर मामले की जांच महज ‘कागजी कार्रवाई’, अजय मिश्रा को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया: कांग्रेस

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:45 PM IST, Published Date : October 5, 2021/6:51 pm IST

नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी की हिंसा और प्रियंका गांधी वाद्रा को हिरासत में लिए जाने को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में राज्य सरकार की ओर से जिस जांच की घोषणा की गई वह एक महज ‘कागजी कार्रवाई’ भर है।

पार्टी ने यह भी सवाल भी किया कि अब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया और उनके बेटे की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि किसानों को गाड़ी से कुचलने वाले केंद्रीय मंत्री के पुत्र को हिरासत में नहीं लिए जाने का मतलब यह है कि देश का संविधान खतरे में है।

उन्होंने जोर देकर यह भी कहा कि प्रियंका गांधी एक सच्ची कांग्रेसी हैं और डरने वाली नहीं हैं तथा उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।

राहुल गांधी ने लखीमपुर में किसानों को गाड़ी से कुचलने से संबंधित एक कथित वीडियो को साझा करते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘एक मंत्री का बेटा अगर अपनी गाड़ी के नीचे सत्याग्रही किसानों को कुचल दे, तो देश का संविधान ख़तरे में है। अगर वीडियो के सामने आने के बाद भी उसे हिरासत में ना लिया जाए तो देश का संविधान ख़तरे में है। अगर एक महिला नेता को 30 घंटे तक बिना प्राथमिकी के हिरासत में रखा जाए तो देश का संविधान ख़तरे में है।’’

उन्होंने यह दावा किया, ‘‘अगर क़त्ल हुए पीड़ितों के परिवार से किसी को ना मिलने दिया जाए तो देश का संविधान ख़तरे में है। अगर ये वीडियो किसी को दुखी नहीं करता तो मानवता भी ख़तरे में है।’’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘मोदी जी, हत्यारे अभी तक गिरफ़्तार क्यों नहीं हुए? इनका संरक्षक केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री योगी अभी तक पदों पर कैसे बने हुए हैं? हत्यारों को गिरफ़्तार कीजिए व दोनों संरक्षकों को बर्खास्त कीजिए। वरना स्वीकार कीजिए कि आप ही इन सबके मुख्य संरक्षक हैं !’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार ने पीड़ित किसान परिवारों के लिए मुआवजे, जांच की घोषणा को लेकर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम समझते हैं कि यह सिर्फ कागजी कार्रवाई है ताकि लोगों के गुस्से को कम किया जा सके। लेकिन लोगों के आक्रोश को दबाया नहीं जा सकता, इतिहास इस बात का गवाह है।’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लखनऊ में थे और उनसे उम्मीद थी कि वह पीड़ित परिवारों से मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को हिरासत में लिए जाने को गैरकानूनी कदम करार देते हुए मंगलवार को कहा कि तथ्यों से साबित होता है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है और वहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपना कानून चल रहा है।

पूर्व गृह मंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को हिरासत में लिए जाने से जुड़े तथ्य और हालात यह साबित करते हैं कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है… उन्हें हिरासत में लिया जाना और उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह गैरकानूनी और सत्ता का दुरुपयोग है।’’

लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद वहां जाने के दौरान रास्ते में हिरासत में लीं गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा 35 घंटे बाद भी पुलिस अभिरक्षा में हैं।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

भाषा हक हक उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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