पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद बीएसएफ जवान को अंतिम विदाई

पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद बीएसएफ जवान को अंतिम विदाई

पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद बीएसएफ जवान को अंतिम विदाई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:14 pm IST
Published Date: January 4, 2018 10:05 am IST

सांबा, जम्मू-कश्मीरलोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने आंकड़ों के हवाले से ये साबित करने की कोशिश की कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनने के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने यूपीए सरकार की तुलना में आतंकवाद को कुचलने में ज्यादा बड़ी सफलता हासिल की है। दूसरी ओर, पाकिस्तान की नापाक हरकतें बदस्तूर जारी हैं और सीज़फायर का उल्लंघन करके भारतीय इलाकों में गोलाबारी करने की घटनाओं में कोई कमी नहीं नज़र आ रही है। बुधवार को पाकिस्तान की ओर से पुंछ में नियंत्रण रेखा और जम्मू संभाग के सांबा में गोलाबारी की गई, जिसमें सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के हेड कांस्टेबल आर पी हाजरा शहीद हो गए। शहीद आर पी हाजरा बीएसएफ 173 बटालियन में थे और मूल रूप से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले के रामपारा गांव के निवासी थे। सबसे दुखद बात ये है कि जिस दिन उन्होंने शहादत दी, उसी दिन उनका जन्मदिन भी था। उनके परिवार में उनकी पत्नी, 21 साल की बेटी और 18 साल का बेटा है।

शाम सवा चार बजे जिस वक्त शहीद आर पी हाजरा मचान पर ड्यूटी दे रहे थे, उसी वक्त पाकिस्तान की ओर से स्नाइपर से उन्हें निशाना बनाया गया। गोली उनके पेट में लगी थी, जिसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उन्हें अंतिम विदाई दी गई है।  

शहीद बीएसएफ हेड कांस्टेबल को अंतिम विदाई देने जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एस पी वैद्य भी मौजूद थे।

पाकिस्तानी सेना गोलाबारी की आड़ में आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाने का प्रयास करती रही है, सर्दियों में जब पहाड़ों पर बर्फ जम जाती है तो घुसपैठ की घटनाओं में तेज़ी आती है। भारतीय सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में घुसपैठ की कई कोशिशें नाकाम की हैं और आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता हासिल की है।

 

वेब डेस्क, IBC24


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