नई दिल्ली। देश के अब तक के सबसे अधिक भारी उपग्रह जीसैट-11 का प्रक्षेपण बुधवार को किया जाएगा। इसरो द्वारा निर्मित इस सैटेलाइट को फ्रेंच गुआना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 रॉकेट से प्रक्षेपित किया जाएगा। इसका वजन करीब 5,854 किलोग्राम है। इस सैटेलाइट से देशभर में ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध होंगी और इंटरनेट की स्पीड में भी सुधार आएगा।
इसरो ने बताया कि यह उसका का बनाया गया अब तक का ‘सबसे अधिक वजन’ वाला उपग्रह है। जीसैट-11 अगली पीढ़ी का ‘हाई थ्रुपुट’ संचार उपग्रह है और इसका जीवनकाल 15 साल से अधिक का है। इसे पहले 25 मई को प्रक्षेपित किया जाना था, लेकिन इसरो ने अतिरिक्त तकनीकी जांच का हवाला देते हुए इसके प्रक्षेपण का कार्यक्रम बदल दिया था।
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बता दें कि पिछले सप्ताह इसरो ने पोलर सैटलाइट लॉन्च वीइकल (पीएसएलवी) सी-43 के ,माध्यम से 31 सैटलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। PSLV-C 43 पृथ्वी का निरीक्षण करने वाले भारतीय उपग्रह एचवाईएसआईएस और 30 अन्य सैटेलाइट को अपने साथ अंतरिक्ष में लेकर गया है।