थाईलैंड से जबरन वसूली का प्रयास करने के आरोप में एलएसई से पढ़ाई कर चुके व्यक्ति समेत तीन गिरफ्तार

थाईलैंड से जबरन वसूली का प्रयास करने के आरोप में एलएसई से पढ़ाई कर चुके व्यक्ति समेत तीन गिरफ्तार

थाईलैंड से जबरन वसूली का प्रयास करने के आरोप में एलएसई से पढ़ाई कर चुके व्यक्ति समेत तीन गिरफ्तार
Modified Date: August 16, 2025 / 05:53 pm IST
Published Date: August 16, 2025 5:53 pm IST

नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) से पढ़ाई कर चुके एक व्यक्ति समेत तीन लोगों को कर्ज चुकाने के लिए दिल्ली के एक व्यक्ति से जबरन वसूली की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि सुमित (42), प्रिंस (35) और नीतीश (31) ने कथित तौर पर खुद को गैंगस्टर बताकर शहर के एक व्यवसायी को धमकाया और ‘क्रिप्टोकरेंसी’ में भुगतान करने की मांग की।

पुलिस उपायुक्त (मध्य) निधिन वाल्सन ने बताया कि नीतीश लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर चुका है, जबकि अन्य आरोपी कारोबारी पृष्ठभूमि के हैं।

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पूछताछ के दौरान, तीनों ने कबूल किया कि वे भारी कर्ज में डूबे हुए थे और एक खूंखार गैंगस्टर के नाम का इस्तेमाल करके पैसे ऐंठने की साजिश रच रहे थे।

वाल्सन के अनुसार, आरोपियों ने बताया कि योजना के तहत, वे थाईलैंड गए, एक अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड खरीदा और वहां से एक ऑनलाइन मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से कॉल किए।

पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता ने इस सप्ताह की शुरुआत में देशबंधु गुप्ता रोड थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे एक अज्ञात नंबर से विदेश से व्हाट्सएप कॉल आया था।

डीसीपी ने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को गैंगस्टर बताते हुए कथित तौर पर धमकी दी कि अगर शिकायतकर्ता ने क्रिप्टोकरेंसी नहीं भेजी, तो वह उसके बच्चों को मार देगा।

उन्होंने कहा कि आरोपी ने शिकायतकर्ता को और एक क्यूआर कोड भेजा।

अधिकारी ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 308(4) (जबरन वसूली) के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच की।

वाल्सन ने बताया कि जांच में पता चला कि कॉल और क्यूआर कोड थाईलैंड से आए थे।

डीसीपी ने कहा कि पुलिस ने गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाले भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) से मदद ली और पहले हुए क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन का पता लगाया, जिससे उन्हें संदिग्धों तक पहुंचने में मदद मिली।

अधिकारी ने कहा, ‘जैसे ही संदिग्ध थाईलैंड से भारत पहुंचे, उन्हें पकड़ लिया गया।’

उन्होंने बताया कि सुमित बीकॉम की पढ़ाई कर चुका है और पश्चिमी पंजाबी बाग का रहने वाला आभूषण व्यापारी है, जबकि प्रिंस रोशनारा रोड का रहने वाला है और उसने नौवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। पुलिस ने बताया कि नीतीश मोती नगर का रहने वाला है और एलएसई से पढ़ाई कर चुका है।

पुलिस ने कहा कि सुमित लक्ष्य को व्यक्तिगत रूप से जानता था और उसने कर्ज चुकाने के लिए अन्य लोगों के साथ अपराध की साजिश रची थी।

पुलिस ने बताया कि अपराध में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए हैं, जिनमें से एक क्यूआर कोड बनाने के लिए और दूसरा कॉल करने के लिए इस्तेमाल किया गया था।

भाषा

जोहेब दिलीप

दिलीप


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