डिब्रूगढ़ (असम), तीन सितंबर (भाषा) असम जातीय परिषद (एजेपी) के अध्यक्ष एल. ज्योति ने आरोप लगाया कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद ए मदनी का असम दौरा राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के उद्देश्य वाली एक बड़ी राजनीतिक चाल का हिस्सा था।
गोगोई ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर ‘‘इस प्रकरण का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश’’ का आरोप लगाया और राज्य के लोगों से ‘‘सतर्क रहने का आग्रह किया ताकि कोई बाहरी ताकत, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम सांप्रदायिक तत्व, राज्य के सद्भाव को खराब न कर सके।’’
असम जातीय परिषद के प्रमुख ने दावा किया कि मदनी के राज्य दौरे की खबर सामने आने के बाद से लोगों में बेचैनी है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ‘‘दिल्ली के धार्मिक नेताओं की भड़काऊ टिप्पणियों’’ के बाद राज्य में अक्सर सांप्रदायिक अशांति देखी जाती है।
विपक्षी नेता ने यह भी आरोप लगाया, ‘‘योजना यह थी कि मदनी पश्चिम बंगाल के रास्ते गोलपाड़ा जाएंगे, गुवाहाटी हवाई अड्डे से लौटेंगे, एक संवाददाता सम्मेलन में राजनीतिक बम गिराएंगे और दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे, जिससे शर्मा को इसका फायदा उठाने का मौका मिल जाएगा।’’
गौरतलब है कि सोमवार को गोलपाड़ा में ‘बेदखली’ स्थलों का दौरा करने के बाद, मदनी ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता की और मांग की कि असम सरकार द्वारा किए जा रहे बेदखली अभियानों में उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित नियमों का पालन किया जाना चाहिए।
भाषा गोला वैभव
वैभव