फडणवीस ने पंढरपुर में की ‘आषाढ़ी एकादशी’ पूजा, किसानों की समृद्धि के लिए की प्रार्थना

फडणवीस ने पंढरपुर में की ‘आषाढ़ी एकादशी’ पूजा, किसानों की समृद्धि के लिए की प्रार्थना

फडणवीस ने पंढरपुर में की ‘आषाढ़ी एकादशी’ पूजा, किसानों की समृद्धि के लिए की प्रार्थना
Modified Date: July 6, 2025 / 09:19 am IST
Published Date: July 6, 2025 9:19 am IST

पंढरपुर, छह जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को पंढरपुर शहर में ‘आषाढ़ी एकादशी’ के अवसर पर महापूजा की और किसानों की समृद्धि तथा राज्य के सभी संकटों को दूर करने की भगवान विट्ठल से प्रार्थना की।

यह परंपरा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री प्रति वर्ष आषाढ़ी एकादशी पर सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में भगवान विट्ठल और देवी रुक्मिणी को समर्पित मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।

मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ उनकी पत्नी अमृता फडणवीस भी थीं।

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नासिक जिले में जटेगांव के वारकरी दंपति कैलास दामू उगले और कल्पना उगले को मुख्यमंत्री के साथ इस अनुष्ठान को करने का मौका मिला।

इस उत्सव के लिए पंढरपुर में लाखों वारकरी (भगवान विट्ठल के भक्त) एकत्रित हुए।

महापूजा के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि उन्होंने भगवान विट्ठल से प्रार्थना की कि वह ‘‘किसानों को सुखी करें, राज्य से सभी संकटों को दूर करें तथा सभी को धर्म के मार्ग पर चलने की सद्बुद्धि प्रदान करें।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘वारी’ परंपरा हर साल बढ़ती जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस साल वारी (तीर्थयात्रा) ने श्रद्धालुओं, खासकर युवाओं की भारी भीड़ के साथ नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, जिनमें से कई भगवान विट्ठल का आशीर्वाद लेने के लिए पंढरपुर तक पैदल आए।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि वारी का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा में हर भक्त एक-दूसरे में भगवान विट्ठल को देखता है। दुनिया में कहीं और ऐसी परंपरा नहीं मिलती। वारी में हरि का नाम जपने से नयी ऊर्जा मिलती है। वारी भक्ति आंदोलन की सच्ची भावना को कायम रखती है।’’

भाषा शोभना नेत्रपाल

नेत्रपाल


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