दो बच्चों के नियम का उल्लंघन करने पर महिला अधिकारी बर्खास्त, छिपाई थी तीसरे बच्चे की जानकारी

दो बच्चों के नियम का उल्लंघन करने पर महिला अधिकारी बर्खास्त, छिपाई थी तीसरे बच्चे की जानकारी

दो बच्चों के नियम का उल्लंघन करने पर महिला अधिकारी बर्खास्त,  छिपाई थी तीसरे बच्चे की जानकारी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 pm IST
Published Date: April 27, 2021 11:17 am IST

पुणे, 27 अप्रैल (भाषा) पुणे में एक महिला जेल अधीक्षक को दो बच्चों के नियम का उल्लंघन करने और तीसरे बच्चे के संबंध में तथ्य को छिपाने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। महाराष्ट्र के गृह विभाग के उप सचिव एन एस कराड ने सोमवार को जारी एक आदेश में कहा कि पुणे जिला जेल में अधीक्षक पद पर तैनात स्वाति जोगदंड ने 2012 में विभाग में अपनी नियुक्ति से पहले यह जानकारी छिपायी थी कि वह तीन बच्चों की मां हैं।

महाराष्ट्र सिविल सेवा (छोटे परिवार की घोषणा) नियमावली -2005 के प्रावधानों के अनुसार, उम्मीदवार का परिवार ‘छोटा’’ होना चाहिए। छोटे परिवार की परिभाषा में पति, पत्नी और दो बच्चों को शामिल किया गया है।वर्ष 2005 के बाद दो से अधिक बच्चों वाले उम्मीदवार नियमानुसार सरकारी नौकरी के लिए पात्र नहीं है।

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जोगदंड के खिलाफ 2016 में शिकायत की गयी थी कि उनकी नियुक्ति से पहले उनके तीन बच्चे थे लेकिन उन्होंने इसकी जानकारी छिपायी। इस शिकायत के बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई थी।

सरकारी आदेश में कहा गया है, ‘‘पूछताछ के दौरान, यह साबित हुआ कि 2012 में विभाग में उनकी नियुक्ति से पहले, उनके तीन बच्चे थे, क्योंकि उनके सबसे छोटे बच्चे की जन्म तिथि 29 अप्रैल, 2007 है। हालांकि जोगदंड ने 23 दिसंबर 2015 को अपने बयान में दो बेटियों के बारे जिक्र किया था। ’’

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आदेश के अनुसार, ‘‘इस प्रकार यह साबित हो गया है कि जोगदंड ने तीन बच्चे होने के बावजूद दो बच्चे होने के बारे में गलत जानकारी दी और महाराष्ट्र सिविल सेवा (छोटे परिवार की घोषणा) नियमावली का उल्लंघन किया।’

इसमें कहा गया है कि अधिकारी के खिलाफ आरोप साबित होने के बाद उन्हें महाराष्ट्र सिविल सेवा अधिकारी (अनुशासन और अपील) नियमावली, 1979 के अनुसार, तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com