छत्रपति संभाजीनगर, 31 अक्टूबर (भाषा) मध्य महाराष्ट्र के बीड जिले में मंगलवार को भी कर्फ्यू जारी रहा और इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं, हालांकि मराठा आरक्षण आंदोलन के कारण हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं हुई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इससे पहले, आरक्षण आंदोलन तेज होने के कारण नेताओं के घरों और कार्यालयों को निशाना बनाकर हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बाद सोमवार शाम को जिले के कुछ हिस्सों में 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और कर्फ्यू लगाया गया था।
जिलाधिकारी दीपा मुधोल मुंडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दिन में स्थिति शांतिपूर्ण रही। उन्होंने कहा, ‘‘आज कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ। दिन में स्थिति शांतिपूर्ण थी, लेकिन कर्फ्यू में ढील और इंटरनेट सेवा बहाल किए जाने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है।’’
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बीड की जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, जिलाधिकारी कार्यालय, तालुकाओं के मुख्यालयों के साथ-साथ जिले से गुजरने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के पांच किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लागू किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि बीड जिले के माजलगाव शहर में सोमवार सुबह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार गुट के विधायक प्रकाश सोलंकी के आवास में आग लगा दी गई और आरक्षण प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पथराव भी किया।
समूह ने सोलंकी के आवासीय परिसर में खड़ी एक कार को भी आग के हवाले कर दिया। विधायक का एक ऑडियो ‘क्लिप’ सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद यह घटना हुई। ‘क्लिप’ में राकांपा विधायक ने कथित तौर पर मराठा आरक्षण आंदोलन के बारे में बोला था और आमरण अनशन कर रहे मनोज जरांगे पर परोक्ष तौर पर टिप्पणी की थी।
बाद में प्रदर्शनकारियों ने माजलगांव नगर परिषद भवन की पहली मंजिल में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों के एक अन्य समूह ने सोमवार शाम बीड शहर में राकांपा विधायक संदीप क्षीरसागर के आवासीय परिसर और कार्यालय में आग लगा दी।
एक अन्य घटना में, प्रदर्शनकारियों ने बीड शहर में पूर्व मंत्री जयदत्त क्षीरसागर के आवास को आग लगा दी और पथराव किया।
मराठा आरक्षण प्रदर्शनकारियों की भीड़ राकांपा नेता अमरसिंह पंडित के आवास के बाहर जमा हो गई थी और पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
इस बीच, मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा और आगजनी के बीच नांदेड़ के जिलाधिकारी ने जिले में सड़कों और राजमार्गों पर प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए, जिलाधिकारी अभिजीत राउत ने जिले में सड़कों और राजमार्गों पर प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिलाधिकारी ने जिले में ‘‘रास्ता रोको’’ और रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भाषा आशीष दिलीप
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