Mayawati targeted Rahul Gandhi || Image- IBC24 News File
Mayawati targeted Rahul Gandhi: लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर गांधी ने स्पष्ट रुख नहीं अपनाया था, उसी तरह वक्फ बिल पर भी उन्होंने कुछ नहीं कहा, जबकि इसे विपक्ष द्वारा संविधान विरोधी बताया जा रहा है।
मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “क्या विपक्ष के नेता का वक्फ संशोधन विधेयक जैसे गंभीर मुद्दे पर लोकसभा में कुछ नहीं बोलना सही है? यह स्वाभाविक है कि मुस्लिम समाज में इसे लेकर नाराजगी है और ‘भारत गठबंधन’ में भी बेचैनी दिख रही है।”
1. वक्फ संशोधन बिल पर लोकसभा में हुई लम्बी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नहीं बोलना अर्थात सीएए की तरह संविधान उल्लंघन का मामला होने के विपक्ष के आरोप के बावजूद इनका चुप्पी साधे रहना क्या उचित? इसे लेकर मुस्लिम समाज में आक्रोश व इनके इण्डिया गठबंधन में भी बेचैनी स्वाभाविक।
— Mayawati (@Mayawati) April 12, 2025
Mayawati targeted Rahul Gandhi: उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर हमला बोलते हुए कहा कि ये पार्टियां बहुजन समाज को शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण के उनके अधिकार से वंचित करने के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। मायावती ने लिखा, “धार्मिक अल्पसंख्यकों को इन दलों के छल और भ्रम से सावधान रहने की जरूरत है।”
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज परेशान है, जबकि बीजेपी के लोग खुलेआम कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं।”
3. इनके ऐसे रवैयों के कारण उत्तर प्रदेश में भी बहुजनों की स्थिति हर मामले में काफी बदहाल व त्रस्त जबकि भाजपाइयों को कानून हाथ में लेने की छूट। साथ ही, बिजली व अन्य सरकारी विभागों में बढ़ते हुए निजीकरण से हालात चिन्तनीय। सरकार जनकल्याण का संवैधानिक दायित्व सही से निभाए।
— Mayawati (@Mayawati) April 12, 2025
मायावती ने सरकारी विभागों के निजीकरण पर भी सवाल उठाए और कहा कि इससे आम लोगों की दिक्कतें बढ़ रही हैं। उन्होंने सरकार से जनकल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की।
उन्होंने कहा, “बिजली और अन्य विभागों में जिस तरह निजीकरण बढ़ रहा है, वह चिंताजनक है। सरकार को अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को ठीक से निभाना चाहिए,”
2. वैसे भी देश में बहुजनों के हित, कल्याण एवं सरकारी नौकरी व शिक्षा आदि में इन वर्गों के आरक्षण के अधिकार को निष्प्रभावी व निष्क्रिय बनाकर इन्हें वंचित बनाए रखने के मामले में कांग्रेस, भाजपा आदि ये पार्टियाँ बराबर की दोषी। धार्मिक अल्पसंख्यकों को भी इनके छलावा से बचना जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) April 12, 2025