मेघालय के कॉलेज शिक्षक ने 40 हजार किलीमोटर साइकिल चलाई |

मेघालय के कॉलेज शिक्षक ने 40 हजार किलीमोटर साइकिल चलाई

मेघालय के कॉलेज शिक्षक ने 40 हजार किलीमोटर साइकिल चलाई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:04 PM IST, Published Date : January 23, 2022/5:24 pm IST

शिलांग, 23 जनवरी (भाषा) मेघालय के पूर्वी पश्चिम खासी हिल जिले के मवनई गांव के रहनेवाले 40 वर्षीय एक सहायक प्रोफेसर ने 40 हजार किलोमीटर साइकिल चलाकर एक इतिहास रच दिया है। उनका मकसद युवाओं को स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए साइकिल का इस्तेमाल करने के वास्ते प्रेरित करने का है।

डॉ. पायनियारलांग नोंगब्री ने पहली साइकिल तब खरीदी थी जब वह बच्चे थे और जब 2005 में दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पीएचडी में दाखिला लिया तो उन्होंने साइकिल को अधिक गंभीरता से चलाना शुरू किया।

तब से उन्होंने अपने लिए और कई अन्य युवा पेशेवरों के लिए 40 हजार किलोमीटर से अधिक साइकल चलाकर रिकॉर्ड बनाया है। उनके लिए महामारी के दौरान लागू प्रतिबंधों के दौरान साइकिल चलाना और आसान हुआ।

नोंगब्री के मोबाइल पर ‘स्ट्रावा ऐप’ से पता चलता है कि उन्होंने 2021 में 11,172 किलोमीटर साइकिल चलाई तथा साइकल चलाने का अधिकतम समय 675 घंटे था। इसमें कार्यालय जाने, खासी जैनतिया हिल्स जिले में अन्य स्थानों पर जाना शामिल है।

नोंगब्री ने पीटीआई-भाषा से कहा, “ मैं पिछले साल 234 दिन साइकिल चलाने में कामयाब रहा। महामारी ने मुझे बाहर निकलने और दूर-दराज़ के इलाकों में जाने का मौका दिया जिस दौरान मैंने लोगों से खुद को दूर रखा और स्वयं को कोविड-19 से सुरक्षित रखा।”

नोंगब्री 2013 में जर्मनी से लौटने के बाद दफ्तर जाने और वापस आने के लिए कभी भी कार या बस में सवार नहीं हुए। वह हमेशा ही साइकिल का इस्तेमाल करते थे। यहां तक कि तवांग, काज़ीरंगा दार्जीलिंग और सिक्किम समेत कई स्थानों पर अकेले ही साइकिल पर गए।

वर्ष 2013 में यहां सेंट एंथोनीज़ कॉलेज के बायो-टेक विभाग से संकाय के तौर पर जुड़ने के बाद सहायक प्रोफेसर ने हमेशा साइकिल से आना-जाना पसंद किया।

उन्होंने कहा, “ साइकिल चलाना मुझे बहुत पसंद है यह मेरा जुनून है।”

मेघालय साइकिलिंग एसोसिएशन के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके इस जुनून ने कई अन्य युवाओं को साइकिल का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि 2022 में पर्यावरण संबंधी चिंताएं अपने उच्चतम स्तर पर होने की वजह से यह एक बड़ी चीज़ है।

भाषा

नोमान अविनाश नेत्रपाल

नेत्रपाल