मेघालय में पुलिस हिरासत में आरोपी को प्रताड़ित करने के मामले में उपनिरीक्षक और चार कांस्टेबल निलंबित

मेघालय में पुलिस हिरासत में आरोपी को प्रताड़ित करने के मामले में उपनिरीक्षक और चार कांस्टेबल निलंबित

मेघालय में पुलिस हिरासत में आरोपी को प्रताड़ित करने के मामले में उपनिरीक्षक और चार कांस्टेबल निलंबित
Modified Date: July 10, 2025 / 10:55 am IST
Published Date: July 10, 2025 10:55 am IST

शिलांग, 10 जुलाई (भाषा) मेघालय में पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा थाने में तैनात एक उपनिरीक्षक और चार कांस्टेबल को इस माह की शुरुआत में पुलिस हिरासत में एक आरोपी को प्रताड़ित करने और उसे शौचालय का पानी पीने के लिए मजबूर करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिसकर्मियों की कथित प्रताड़ना के कारण गंभीर रूप से घायल हुए आरोपी की मां ने सात जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी और मामले की प्रारंभिक जांच के बाद यह कार्रवाई की गई।

अधिकारी ने बताया कि घायल आरोपी को सोहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से यहां के एक अन्य सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया है।

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पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) बी. वान्स्वेट के नेतृत्व में की गई एक स्वतंत्र जांच में प्रथम दृष्टया कदाचार के सबूत मिले। जांच के बाद, एक उपनिरीक्षक समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।’’

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान सोहरा थाने में आरोपी के खिलाफ एक अलग आपराधिक मामला भी दर्ज किया गया और अन्य थाने के एक अधिकारी को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

यह मामला एक जुलाई को मावकिसिएम इलाके के एक निवासी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी से जुड़ा है। आरोपी और उसका परिवार उसी इलाके में रहता है।

आरोपी पर स्थानीय लोगों के साथ मारपीट करने, सार्वजनिक स्थान पर अशोभनीय व्यवहार करने और धमकी देने का आरोप लगाया गया था।

पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले गिरफ्तारी से बच निकला था, लेकिन तीन जुलाई को उसकी मां उसे सोहरा थाने लेकर पहुंची।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उसकी चिकित्सकीय जांच कराई गई और उसी शाम उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।

हालांकि, बाद में उसकी मां ने पुलिसकर्मियों पर हिरासत में उसके बेटे को प्रताड़ित करने, उसके साथ अमानवीय व्यवहार करने और थाने के शौचालय का पानी पीने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया।

भाषा खारी सिम्मी

सिम्मी


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