रायपुर। अब तक किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरते रहे हैं, आंदोलन करते रहे हैं। पिछले वर्ष मध्य प्रदेश में और इसी साल छत्तीसगढ़ में हुए किसान आंदोलन इस बात के उदाहरण हैं। लेकिन अब सोशल मीडिया के माध्यम से किसानों अपनी मांगों को लेकर छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश सहित पूरे देशभर में एक ऐसा आंदोलन खड़ा करने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे शहरों में रोजमर्रा के सामानों की आपूर्ति ठप हो जाएगी।
दरअसल सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मैसेज वायरल किया जा रहा है। ‘गांव बंद’ वाले इस मैसेज में कहा गया है कि 1 जून से 10 जून तक गांव बंद रहेंगे। गांव इस अर्थ में बंद रहेंगे कि ‘न गांव से शहर में कुछ जाएगा, ना शहर से कुछ गांव में आएगा’।
2 मई को चंडीगढ़ के किसान भवन में देशभर के 172 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने ऐलान किया कि सरकार किसानों की 3 मांगें पूरी करे। इन तीन मांगों में, पूर्ण कर्जा मुक्ति, किसान की सुनिश्चित आय और स्वामीनाथान आयोग की सिफारिशें लागू करना शामिल है।
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मैसेज में किसानों से अपील की गई है कि गांव बंद के तहत, ‘न कोई रोड जाम, न पुलिस से कोई मुठभेड़, बस अपने-अपने घर और गांव में बैठकर हम शहर और सरकार को अपना दर्द समझाएं’।
मैसेज में किसानों और गांव वालों को यह समझाया गया है कि 1 जून से 10 जून तक उन्हें करना क्या है। इसमें कहा गया है कि, ‘इन 10 दिनों में शहर को सब्जी, दूध न भेजें। अपने गांव में ही उगी हुई सब्जियां व दालें खाएं। शहर से लाई वस्तुओं का उपयोग न करें। पेप्सी, कोला, कोई मशीनरी या अन्य कुछ भी न खरीदें, गांव के ही काश्तकार, कामगार साथियों के हाथ से ही बना सामान खरीदें’।
मैसेज में आगे कहा गया है कि ‘एक-दूसरे से मांग कर, उधार लेकर काम चलाएं। साथ ही यह अपील भी की गई है कि ‘इन 10 दिनों में सामाजिक कार्यक्रमों में खर्चा कम से कम करें। इसके अलावा कहा गया है कि इस मैसेज को ‘1 जून से पहले सभी किसान भाईयों तक शेयर कर दें’।
बता दें कि सोशल मीडिया पर यह मैसेज जमकर वायरल हो रहा है।
वेब डेस्क, IBC24