Narendra Modi visited Prayagraj Today: महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने PM मोदी पहुंचे प्रयागराज.. कहा, ‘यहां मिट जाता है जाति-सम्प्रदाय का भेद’
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एक औपचारिक पूजा और दर्शन के साथ शुरू हुई। पूजा से पहले मोदी ने नदी में नौकाविहार का आनंद लिया।
Parliament Winter Session 2024 | Image Credit- PMINDIA Official Website
Narendra Modi visited Prayagraj before Maha Kumbh : प्रयागराज: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि महाकुंभ देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और यह एकता का महायज्ञ है। प्रधानमंत्री ने 5500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद यहां एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘महाकुंभ देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।’ महाकुंभ को एकता का महायज्ञ बताते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकुंभ में जाति और संप्रदायों का भेद मिट जाता है।
महाकुंभ हमारी आस्था, अध्यात्म और संस्कृति का दिव्य महोत्सव है। इसकी तैयारियों का जायजा और विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण के लिए प्रयागराज की पवित्र भूमि पर आकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। https://t.co/pxQSGIUOKK
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2024
महाकुम्भ से पहले नरेंद्र मोदी का प्रयागराज प्रवास
उन्होंने 2025 के महाकुंभ मेले के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से 5,500 करोड़ रुपये की 167 प्रमुख विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने भारद्वाज आश्रम गलियारा, श्रृंगवेरपुर धाम गलियारा, अक्षयवट गलियारा, हनुमान मंदिर गलियारा का उद्घाटन भी किया। इन परियोजनाओं से श्रद्धालुओं की पहुंच आसान होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
Narendra Modi visited Prayagraj before Maha Kumbh : प्रधानमंत्री कुंभ ‘सहायक’ चैटबॉट की भी शुरुआत की। कृत्रिम बुद्धमत्ता (एआई) पर आधारित यह चैटबॉट महाकुंभ मेला 2025 के बारे में श्रद्धालुओं को कार्यक्रमों की नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में पेयजल और बिजली आपूर्ति से संबंधित कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरूआत की।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एक औपचारिक पूजा और दर्शन के साथ शुरू हुई। पूजा से पहले मोदी ने नदी में नौकाविहार का आनंद लिया। पूजा के अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ अगले वर्ष प्रयागराज में 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) तक आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने अक्षय वट वृक्ष स्थल पर पूजा की । प्रधानमंत्री उसके बाद हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा की। फिर उन्होंने महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का भ्रमण किया और वहां मौजूद अधिकारियों से उसके बारे में जानकारी ली।
संगम तट पर की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री ने 2025 के महाकुंभ के लिए सुविधाओं में सुधार और शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से 5,500 करोड़ रुपये की प्रमुख विकास परियोजनाओं की शुरूआत करने से पहले संगम तट पर पूजा अर्चना की।
Narendra Modi visited Prayagraj before Maha Kumbh : प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर एक औपचारिक पूजा और दर्शन के साथ शुरू हुई। पूजा से पहले मोदी ने नदी में नौकाविहार का आनंद लिया। पूजा के अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।
हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ अगले वर्ष प्रयागराज में 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) तक आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने अक्षय वट वृक्ष स्थल पर पूजा की। प्रधानमंत्री उसके बाद हनुमान मंदिर गए। उन्होंने वहां और फिर सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा की। इसके बाद उन्होंने महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का भ्रमण किया और वहां मौजूद अधिकारियों से उसके बारे में जानकारी ली।
Narendra Modi visited Prayagraj before Maha Kumbh : ‘राम नाम बैंक’ के संयोजक प्रयागराज के आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार, महाकुंभ मेला अनुष्ठानों का एक भव्य आयोजन है। त्रिवेणी संगम पर लाखों तीर्थयात्री इस पवित्र अनुष्ठान में भाग लेने के लिए एकत्रित होते हैं। ऐसी मान्यता है कि पवित्र जल में डुबकी लगाने से व्यक्ति अपने सभी पापों से मुक्त हो जाता है, खुद को और अपने पूर्वजों को पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त कर अंततः मोक्ष या आध्यात्मिक मुक्ति प्राप्त कर सकता है। वार्ष्णेय ने कहा कि स्नान अनुष्ठान के अलावा, तीर्थयात्री पवित्र नदी के तट पर पूजा भी करते हैं और विभिन्न साधुओं और संतों के नेतृत्व में ज्ञानवर्धक प्रवचनों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
क्या है प्रधानमंत्री मोदी के प्रयागराज प्रवास के मायने? समझे प्वाइंट्स में।
Q1: महाकुंभ से पहले प्रयागराज में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कौन-कौन सी परियोजनाएं शुरू की गईं?
A: प्रधानमंत्री ने 5,500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें गलियारे, पेयजल, बिजली आपूर्ति, और आध्यात्मिक पर्यटन के लिए बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है।
Q2: महाकुंभ 2025 का आयोजन कब और कहां होगा?
A: महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) तक होगा।
Q3: महाकुंभ ‘सहायक’ चैटबॉट क्या है?
A: यह एक एआई आधारित चैटबॉट है, जो श्रद्धालुओं को महाकुंभ मेला 2025 की गतिविधियों और कार्यक्रमों की नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा।
Q4: महाकुंभ में संगम पर स्नान का क्या महत्व है?
A: ऐसा माना जाता है कि संगम में स्नान से व्यक्ति अपने पापों से मुक्त होकर मोक्ष प्राप्त कर सकता है।
Q5: महाकुंभ के दौरान क्या-क्या गतिविधियां होती हैं?
A: संगम में स्नान, पूजा-अर्चना, साधुओं और संतों द्वारा प्रवचन, और आध्यात्मिक अनुष्ठान महाकुंभ के प्रमुख आकर्षण हैं।
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