Pawan Khera PC: वोट चोरी के बाद अब इथेनॉल पर देश में नया सियासी संग्राम! कांग्रेस नेता ने नितिन गडकरी पर लगाया ये बड़ा आरोप, कहा- पिता नीति बना रहे और बेटे पैसा बना रहे
वोट चोरी के बाद अब इथेनॉल पर देश में नया सियासी संग्राम! New political battle in country over ethanol After vote theft
- Cian Agro का रेवेन्यू 1 साल में 18 करोड़ से बढ़कर 723 करोड़ हो गया — 2184% का उछाल।
- गडकरी के बेटों की कंपनियां सरकार की इथेनॉल नीति से लाभ कमा रही हैं।
- इथेनॉल मिश्रण से माइलेज घटा, इंजन खराब हो रहे, पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है।
नई दिल्लीः Pawan Khera PC: देश में वोट चोरी को लेकर चल रहे सियासी घमासान के बीच अब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर बड़ा आरोप लगाया है। पवन खेड़ा ने कहा, जहां पिता गडकरी नीति बना रहे हैं। वहीं, उनके बेटे उससे पैसे कमा रहे हैं। निखिल गडकरी और सारंग गडकरी नितिन गडकरी के बेटे हैं। नितिन गडकरी के दोनों बेटों की कंपनियां- Cian Agro Industries & Infrastructure Ltd, Manas Agro Industries And Infrastructure Ltd एथेनॉल प्रोड्यूस करती हैं।
Pawan Khera PC: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पवन खेड़ा ने कहा, निखिल गडकरी और सारंग गडकरी दोनों मोदी सरकार में मंत्री नितिन गडकरी के बेटे हैं। नितिन गडकरी के दोनों बेटों की कंपनियां — Cian Agro Industries & Infrastructure Ltd, Manas Agro Industries And Infrastructure Ltd — इथेनॉल प्रोड्यूस करती हैं। यानी- सरकार में बैठे पिता पॉलिसी बना रहे और बेटे पैसा बना रहे हैं। निखिल गडकरी की कंपनी Cian Agro का जून, 2024 में रेवेन्यू 18 करोड़ था, जो कि जून, 2025 में बढ़कर 723 करोड़ हो गया। इस कंपनी के शेयर की कीमत जनवरी, 2025 में 37 रुपए थी, जो कि अब बढ़कर 638 रुपए हो गई है- यानी इन कीमतों में 2184% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले 11 साल के इतिहास में कोई भी स्कीम समय से पूरी नहीं हुई, लेकिन, 2025 की समयसीमा से पहले देश ने 20% इथेनॉल मिश्रण हासिल कर लिया।
पवन खेड़ा ने रूस के कच्चे तेल को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, देश को बताया गया कि रूस से सस्ता कच्चा तेल आ रहा है, लेकिन, जब रूस से सस्ता कच्चा तेल आया तो वहां से मोदी जी के दोस्त की रिफाइनरी में गया। फिर मोदी जी के भतीजों की कंपनी में गया, जहां इथेनॉल मिक्स हुआ। इसके बाद- दिल्ली में बैठे नरेंद्र मोदी उस तेल में टैक्स मिला देते हैं। देश से कहा गया कि इथेनॉल से माइलेज अच्छा होगा, इंजन के रख-रखाव की चिंता खत्म होगी, लेकिन नीति आयोग ने कहा कि माइलेज में 6% की गिरावट हुई है। 2023 से पहले जितने भी इंजन बने हैं, वो इथेनॉल के साथ मेल नहीं खाते हैं। इससे इंजन डैमेज हो रहे, लोगों की कमाई बर्बाद हो रही है। पवन खेड़ा ने आगे कहा कि देश की जनता की चिंता को न देखते हुए सरकार अब E30 की बात कर रही है। लोग परेशान हैं कि इंजन खराब हो रहे हैं तो नितिन गडकरी कहते हैं कि पेट्रोलियम लॉबी लोगों को डरा रही है। देश को बताया गया कि इथेनॉल से किसानों को फायदा होगा लेकिन असल में उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा, बल्कि फायदा गडकरी के बेटे जैसे लोग उठा रहे हैं। देश में जितनी भी इथेनॉल की डिस्टिलरीज हैं, वो रेड कैटेगरी में आती हैं, यानी पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में सवाल है- इथेनॉल से देश के किस वर्ग को लाभ मिल रहा है?
निखिल गडकरी और सारंग गडकरी दोनों मोदी सरकार में मंत्री नितिन गडकरी के बेटे हैं।
• नितिन गडकरी के दोनों बेटों की कंपनियां — Cian Agro Industries & Infrastructure Ltd, Manas Agro Industries And Infrastructure Ltd — एथेनॉल प्रोड्यूस करती हैं।
यानी- सरकार में बैठे पिता पॉलिसी… pic.twitter.com/akPwgRpqPZ
— Congress (@INCIndia) September 4, 2025

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