कर्नाटक ने भी पिछले पांच साल तक नफरत और सांप्रदायिक राजनीति को झेला, लेकिन राज्य ने लोकतंत्र को फिर से मौका दिया है : महबूबा मुफ्ती।
भाषा निहारिका पारुल
पारुल
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रांची में फल मंडी में आग लगी
1 hour ago