असम के कार्बी आंगलोंग में हिंसा की कोई और घटना नहीं, सुरक्षा कड़ी की गई
असम के कार्बी आंगलोंग में हिंसा की कोई और घटना नहीं, सुरक्षा कड़ी की गई
दीफू (असम), 24 दिसंबर (भाषा) मध्य असम में कार्बी आंगलोंग के दो जिलों में बुधवार को स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में रही और अशांत इलाकों में हिंसा की कोई और घटना सामने नहीं आई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
असम के अशांत कार्बी आंगलोंग जिले में मंगलवार को एक बार फिर भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गयी तथा 38 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 45 लोग घायल हो गये।
पथराव के दौरान असम पुलिस के महानिदेशक हरमीत सिंह के कंधे पर और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी कानून-व्यवस्था) अखिलेश कुमार सिंह के पैर में चोट लगी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘स्थिति अभी नियंत्रण में है। रातभर और आज सुबह कोई हिंसा नहीं हुई। हालांकि, स्थिति काफी तनावपूर्ण है क्योंकि दोनों संघर्षरत समुदाय अलग-अलग जगहों पर छोटी संख्या में जुटना शुरू कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पांच और कंपनियां तैनात करने के बाद सुरक्षा बलों ने सुबह संयुक्त रूप से फ्लैग मार्च किया।
आदिवासी क्षेत्रों में ग्राम चरागाह आरक्षित क्षेत्र (वीजीआर) और व्यावसायिक चरागाह आरक्षित क्षेत्र (पीजीआर) पर हिंदी भाषी लोगों द्वारा कथित अतिक्रमण को लेकर कार्बी और बिहारी समुदायों के बीच टकराव जारी है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘कार्बी समुदाय के लोग सुबह खेरोनी के थेलाम्पी में जुटे और डोंगकामुकम की ओर जुलूस निकाला। वे कपिली नदी पर पुल तक पहुंचे, जबकि दूसरे समुदाय के लोग दूसरी तरफ इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने एक समुदाय के सदस्यों को समझाकर वहां से वापस भेज दिया।’’
निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद खेरोनी बाजार इलाके में बच्चों और महिलाओं समेत बड़ी संख्या में बिहारी समुदाय के लोग मंगलवार को सड़कों पर उतरे थे जिनकी दुकानें भीड़ ने सोमवार को जला दी थीं।
उन्होंने बताया कि इस बीच, आदिवासी क्षेत्र से अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने की मांग करने वाले आंदोलनकारी भी खेरोनी बाजार इलाके की सड़कों पर एकत्र हुए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अचानक दोनों गुटों के लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया जिसमें कई प्रदर्शनकारी, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हो गए।
अधिकारी के अनुसार, हालात बेकाबू होने पर पुलिस को दोनों गुटों के प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
इस बीच, शांति और व्यवस्था बनाए रखने एवं मौजूदा स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए मंगलवार को कार्बी आंगलोंग और पश्चिम आंगलोंग दोनों जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं।
भाषा सिम्मी नरेश
नरेश

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