गुवहाटी, 26 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी के भारत विरोधी बयानों पर पलटवार करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि बिलावल के शब्द उनके परिवार के बलिदान का ‘अपमान’ करते हैं और उन्होंने ऐसा रास्ता चुना है जो उन्हें ‘केवल अपमान’ ही दिलाएगा।
शर्मा ने कहा कि भारत ‘‘आतंकवाद का शिकार करेगा और जहां कहीं भी आतंकवादी ढांचा मौजूद है, उसे नष्ट करेगा’’ और कोई भी उसे ‘‘निर्णायक बदला’’ लेने से नहीं रोक सकता।
शर्मा ने एक वीडियो क्लिप साझा की, जिसमें बिलावल सिंधु जल संधि से भारत के अलग होने के खिलाफ बयान देते हुए सुनाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इसी के साथ पोस्ट में कहा, ‘‘पाकिस्तान का विश्वासघात का एक लंबा और खूनी इतिहास है – इसने बिलावल भुट्टो के दादा और मां की जान ले ली। यह एक त्रासदी है कि एक अयोग्य बेटा आज इस तरह से बोलने का विकल्प चुनता है जो उनके बलिदान का भी अपमान करता है।’’
बिलावल पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे और पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के नाती हैं। बेनजीर की हत्या कर दी गई थी, जबकि जुल्फिकार अली भुट्टो को तत्कालीन पाकिस्तानी शासन ने फांसी दे दी थी।
शर्मा ने कहा, ‘‘मैं उनके प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, क्योंकि उन्होंने जो रास्ता चुना है, उससे केवल अपमान ही होगा।’’
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि ‘‘जब अपने सम्मान और अपने लोगों की सुरक्षा की बात आती है तो भारत को निर्णायक बदला लेने से कोई नहीं रोक सकता।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आतंकवाद का खात्मा करेगा तथा दुनिया में जहां भी आतंकवादी ढांचा मौजूद है, उसे नष्ट करेगा।
शर्मा ने कहा, ‘‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं हो सकता। सिंधु नदी का पानी हमारा है – और यह हमारा ही रहेगा, निर्विवाद और शाश्वत।’’
भारत ने आधिकारिक रूप से सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखने के अपने निर्णय से पाकिस्तान को अवगत करा दिया है। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है।
भाषा धीरज प्रशांत
प्रशांत
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