ईटानगर, 18 फरवरी (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) कैवल्य त्रिविक्रम परनाईक ने इस बात पर बल दिया कि राज्य में किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने अपने नागरिकों को खास तौर पर तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग जिलों में, बाहरी दखल से सुरक्षित रखने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
सोमवार को तिरप जिले के खोनसा में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल ने राज्य के तीन पूर्वी जिलों में अशांति फैलाने का प्रयास करने वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।
राजभवन से मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, सुरक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए, परनाईक ने जोर दिया कि राज्य और उसके लोगों के विकास और प्रगति के लिए एक सुरक्षित वातावरण आवश्यक है।
सीमा सुरक्षा के रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा और सीमावर्ती क्षेत्रों में निवासियों के हित सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए।
राज्यपाल ने सुरक्षा बलों से सुदूर सीमावर्ती क्षेत्रों में ग्रामीणों के साथ करीबी संबंध स्थापित करने और सद्भावना परियोजनाओं के माध्यम से उनकी आवश्यक जरूरतों का समर्थन करने, विश्वास और सहयोग को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया।
बैठक में पुलिस महानिदेशक आनंद मोहन, 25 सेक्टर असम राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर सरबजीत सिंह और अन्य शामिल हुए।
इससे पहले, तिरप के पुलिस अधीक्षक सिंगजतला सिंगफो ने तीन जिलों में सुरक्षा स्थिति पर एक प्रस्तुति दी।
भाषा
खारी अविनाश
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