‘कुकी जो’ संगठनों के बंद के आह्वान से मणिपुर के दो जिलों में जनजीवन प्रभावित

'कुकी जो' संगठनों के बंद के आह्वान से मणिपुर के दो जिलों में जनजीवन प्रभावित

‘कुकी जो’ संगठनों के बंद के आह्वान से मणिपुर के दो जिलों में जनजीवन प्रभावित
Modified Date: September 27, 2024 / 08:18 pm IST
Published Date: September 27, 2024 8:18 pm IST

इंफाल, 27 सितंबर (भाषा) मणिपुर के चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में शुक्रवार को ‘कुकी जो’ संगठनों द्वारा बंद के आह्वान के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।

बंद का आह्वान राज्य सरकार के उस दावे के विरोध में किया गया है जिसमें कहा गया था कि 900 प्रशिक्षित कुकी उग्रवादी 28 सितंबर को इंफाल घाटी के गांवों पर हमला करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि कुकी बहुल दोनों जिलों में शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं।

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उन्होंने बताया कि चुराचांदपुर जिले में व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे, जबकि कांगपोकपी में बाजार बंद रहे और निजी वाहनों की आवाजाही भी कम रही।

‘कुकी जो’ समुदाय के संगठन ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) ने पहले कहा था कि शनिवार को ‘पूर्ण बंद’ रहेगा।

सरकार के दावे के विरोध में सैकड़ों लोगों ने कांगपोकपी में रैली निकाली।

सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने 20 सितंबर को दावा किया था कि सुरक्षा बलों ने ऐसी रिपोर्ट के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं कि 900 उग्रवादी इंफाल घाटी के जिलों के बाहरी इलाकों के गांवों में हिंसा कर सकते हैं।

हालांकि राज्य सरकार ने बुधवार को इस दावे को वापस ले लिया और कहा कि ‘सशस्त्र समूहों द्वारा इस तरह के किसी भी दुस्साहस की संभावना न्यूनतम और निराधार है।’

पिछले वर्ष मई से मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो गए।

भाषा

शुभम अविनाश

अविनाश


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