घोटालेबाज IAS अधिकारी बर्खास्त, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी करवाता था लोन, पहले भी जा चुका है जेल

Odisha government sacks scam IAS officer

घोटालेबाज IAS अधिकारी बर्खास्त, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी करवाता था लोन, पहले भी जा चुका है जेल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:23 pm IST
Published Date: February 2, 2022 5:02 pm IST

भुवनेश्वर : Odisha government sacks scam IAS officer ओडिशा सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनोद कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में बुधवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में यह जानकारी दी। बयान में कहा गया है कि 1989 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी को केंद्र की मंजूरी के बाद बर्खास्त कर दिया गया है।

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Odisha government sacks scam IAS officer इसमें कहा गया है कि जब कुमार ओडिशा ग्रामीण आवास विकास निगम (ओआरएचडीसी) के प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात थे, तब वह भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। एक अदालत ने उन्हें 2018 में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के लिए दोषी ठहराया था। बयान में कहा गया है कि 1999 के चक्रवाती तूफान के बाद, कुमार ने निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन किए बिना फर्जी निजी फर्मों और व्यक्तियों को 33.34 करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दी थी।

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कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के 27 मामले दर्ज किए गए थे और उनमें से दो में उन्हें दोषी ठहराया गया था। विशेष सतर्कता न्यायाधीश, भुवनेश्वर ने करोड़ों रुपये के घोटाले में कुमार और पांच अन्य को दोषी ठहराया था और उन्हें तीन साल जेल की सजा सुनाई थी। पहले मामले में, कुमार को कुछ सरकारी अधिकारियों और पुरी के एक एजेंट के साथ आपराधिक साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था, जिसे उन्होंने उचित जांच के बिना 2000-01 के दौरान 19 व्यक्तिगत ऋणों की आड़ में 46.9 लाख रुपये मंजूर किए थे।

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दूसरे मामले में कुमार ने एक प्रापर्टी डीलर के साथ मिलकर साजिश रची, जिसे उन्होंने 12 लोगों को कर्ज दिलाने के बहाने 41.26 लाख रुपये मंजूर किए।कुमार से हालांकि इस संबंध में अभी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।


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