नई दिल्ली। यूक्रेन और रूस के बीच लगातार 5वें दिन युद्ध जारी है। इस बीच कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है। छात्र वीडियो कॉल कर सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं आज इसे लेकर हुई मोदी सरकार की हाईलेवल मीटिंग में नई रणनीति बनाई है, कई केंद्रीय मंत्री और अधिकारी शामिल थे।
यह भी पढ़ें: ‘पुरानी पेंशन योजना करें बहाल’ मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
बैठक में फैसला हुआ है कि 4 कैबिनेट मंत्री यूक्रेन में फंसे छात्रों को बाहर निकले के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे। साथ ही वो वहां से चलाए जा रहे भारतीयों के निकासी मिशन को कोऑर्डिनेट करेंगे। जानकारी के अनुसार इस कार्य के लिए बाहर जाने वाले मंत्रियों में हरदीप पुरी (Hardeep Singh Puri), ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia), किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) और वीके सिंह (Gen Retd. VK Singh) शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: खंडवा में सामने आया लव जिहाद का तीसरा मामला, आरोपी गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थानीय संगठनों ने किया बंद का आह्वान
बता दें कि दोनों देशों के बीच युद्ध चरम पर है। इनके लगातार डरावने वाले वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। इस बीच मोदी सरकार की युद्ध में फंसे भारतीयों को लाने की कवायद तेज हो गई। माना जा रहा है कि लगभग 16,000 छात्र यूक्रेन में बंकरों, बम आश्रयों या उनके छात्रावास के तहखाने में छिपे हुए हैं।
यह भी पढ़ें: श्रेयश अय्यर का नाबाद अर्धशतक, टीम इंडिया ने श्रीलंका को 6 विकेट से रौंदा, किया क्लीन स्वीप