तिरुवनंतपुरम, 12 दिसंबर (भाषा) केरल विधानसभा में विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने सोमवार को आरोप लगाया कि केरल में वाम सरकार ने पुलिस का राजनीतिकरण और अपराधीकरण करने दिया जिससे उसके कई अधिकारी आपराधिक मामलों में आरोपी पाए जा रहे हैं या मामलों की जांच उचित तरीके से नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ ने सदन का पूर्व निर्धारित कामकाज स्थगित कर राज्य में कथित तौर पर बिगड़ती कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। उसने दावा किया कि आम जनता इसे लेकर चिंतित है।
बहरहाल, विधानसभा अध्यक्ष ए.एन. शमशीर ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण के मद्देनजर यह मांग खारिज कर दी। गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे विजयन ने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बहुत अच्छी है।
सामान्य कामकाज स्थगित करने से इनकार करने खिलाफ प्रदर्शन करते हुए यूडीएफ ने सदन से बहिर्गमन कर दिया। विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने आरोप लगाया कि पुलिस बल का ‘‘अत्यधिक राजनीतिकरण और अपराधीकरण’’ किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इसके कारण कई अधिकारी गलत गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं।’’
सतीशन ने मुख्यमंत्री से पार्टी कार्यकर्ताओं तथा सदस्यों का पुलिस बल पर राज न चलाने या उसे नियंत्रित न करने देने का अनुरोध किया और कहा कि पुलिस बल को बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इन आरोपों को खारिज करते हुए विजयन ने कहा कि केरल पुलिस ने 2018 की लातविया की पर्यटक के दुष्कर्म और हत्या मामले, हाल की नर बलि की घटना और 22 वर्षीय महिला की उसके प्रेमी द्वारा कथित हत्या किए जाने जैसे कई प्रमुख अपराधों की उचित तरीके से जांच की है।
भाषा
गोला प्रशांत
प्रशांत
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