भूस्खलन प्रभावित सिक्किम में फंसे 1,100 से अधिक पर्यटक निकाले गए, 1,800 अन्य बचाव के इंतजार में

भूस्खलन प्रभावित सिक्किम में फंसे 1,100 से अधिक पर्यटक निकाले गए, 1,800 अन्य बचाव के इंतजार में

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  • Publish Date - April 26, 2025 / 12:50 AM IST,
    Updated On - April 26, 2025 / 12:50 AM IST

गंगटोक, 25 अप्रैल (भाषा) उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग शहर में भूस्खलन के बाद फंसे करीब 1,100 पर्यटकों को शुक्रवार को अधिकारियों ने सुरक्षित निकाल लिया, जबकि 1,800 अन्य पर्यटक मंगन जिले के दो अन्य लोकप्रिय पर्वतीय स्थलों में बचाव का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

प्रशासन निकाले गए यात्रियों को चुंगथांग से लगभग 100 किलोमीटर दूर राज्य की राजधानी गंगटोक ला रहा है।

उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में स्थित चुंगथांग, राज्य की राजधानी गंगटोक से करीब 100 किलोमीटर दूर है।

अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात गुरुद्वारे में बिताने वाले ये पर्यटक लगभग 200 वाहनों में सवार होकर रवाना हुए।

चुंगथांग में बृहस्पतिवार को पर्यटकों के करीब 200 वाहन फंस गए और लोगों ने वहां एक गुरुद्वारे में शरण ली।

चुंगथांग से वाहन सांगकालांग में पुनर्निर्मित बेली पुल के माध्यम से जिला मुख्यालय मंगन पहुंचे, जिसे यातायात के लिए खोल दिया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि लाचुंग और लाचेन में फंसे लगभग 1,800 अन्य पर्यटकों को निकालने के लिए सड़कों को जल्द से जल्द साफ करने के प्रयास जारी हैं।

बृहस्पतिवार शाम को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण लाचेन और लाचुंग की सड़कें बंद रहीं।

पर्यटकों को लाचुंग और लाचेन तक पहुंचने के लिए चुंगथांग से होकर यात्रा करनी पड़ती है।

जिला प्रशासन ने लाचुंग और लाचेन में फंसे पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं।

इस बीच, सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि उत्तरी सिक्किम के विभिन्न स्थानों पर सभी पर्यटक सुरक्षित हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग फंसे हुए पर्यटकों के बचाव कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं।

संबंधित घटनाक्रम में, मंगन जिला प्रशासन ने फिलहाल सभी पर्यटक परमिट निलंबित करने की घोषणा की है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लाचेन-चुंगथांग मार्ग पर मुंशीथांग में और लाचुंग-चुंगथांग मार्ग पर लेमा/बॉब में भारी भूस्खलन हुआ है। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण स्थिति और खराब हो गई है।

भाषा

शुभम प्रशांत

प्रशांत