राहुल के नामांकन को पीएम ने कहा औरंगजेब राज, उलझे बीजेपी व कांग्रेस
राहुल के नामांकन को पीएम ने कहा औरंगजेब राज, उलझे बीजेपी व कांग्रेस
दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर न सिर्फ कांग्रेस बल्कि भाजपा नेताओं में भी बयानबाज़ी की होड़ लगी है। नौबत ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर मणिशंकर अय्यर तक बयानबाजी में उतरे हुए हैं। गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में बयानबाजी का ये दौर फिलहाल थमने वाला भी नहीं दिख रहा।
हम आपको बताते हैं कि किसने क्या कहा? कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंज कसा कि कांग्रेस को उनके औरंगजेब राज की बधाई। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे लिए जनता सर्वोपरि है और सवा सौ करोड़ भारतीय हमारे आलाकमान हैं।
Mani Shankar Aiyar said that ‘did elections happen during Mughal rule? After Jehangir, Shahjahan came, was any election held? After Shahjahan it was understood Aurangzeb will be the leader’. So Congress accepts its a family party? We don’t want this Aurangzeb rule: PM Modi pic.twitter.com/8gF08GiSRI
— ANI (@ANI) December 4, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान के जवाब में कही। इसपर अय्यर ने कहा कि दोनों की तुलना न करें, मुगल राज में ये पहले से तय था कि जहांगीर के बाद शहाजहां ही राजा बनेगा, लेकिन यहां कोई भी राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने को स्वतंत्र है, ये पूरी तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।
Don’t compare both, during Mughal rule it was understood that after Jehangir, Shahjahan will be the leader but here anyone is free to contest against Rahul Gandhi, its a totally democratic process: Mani Shankar Aiyar,Congress pic.twitter.com/Qugs6rGhz3
— ANI (@ANI) December 4, 2017
मणिशंकर अय्यर के इस जवाब पर नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की, उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि क्या मुगल राज में चुनाव हुआ करते थे? जहांगीर के बाद शाहजहां आए, क्या कोई चुनाव हुआ? शाहजहां के बाद औरंगजेब उनका नेता बना था यानी कांग्रेस ने ये स्वीकार कर लिया है कि वो एक पारिवारिक पार्टी है? हम ये औरंगजेब राज नहीं चाहते।
I congratulate the Congress on their ‘Aurangzeb Raj.’ For us, the well being of the people matters and 125 crore Indians are our high command: PM Modi pic.twitter.com/GSobcJT20X
— ANI (@ANI) December 4, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस हमले के जवाब में कर्णाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस के आंतरिक मामले में बोलने का कोई मतलब नहीं होना चाहिए। अगर कोई चुनाव में भाग लेना चाहता है तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, हर कोई स्वतंत्र है।
If anyone wants to participate in elections he or she is free to do so,its going on in democratic manner. PM has no business to comment on Congress’s internal matter: Karnataka CM Siddaramaiah on #RahulGandhi filing nomination for party president pic.twitter.com/cBRw7RDDlc
— ANI (@ANI) December 4, 2017
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मैदान में उतर आए। योगी ने कांग्रेस को इस देश पर बोझ करार देते हुए तंज कसा कि राहुल गांधी को पदोन्नति के साथ ये बाधा खत्म हो जाएगी।
Congress has become a burden on this nation, now would be good if after Rahul ji’s elevation once and for all this burden is removed: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/3Jl9vCz0As
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2017
जब पीएम और सीएम कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर बयान दे रहे हों तो मंत्री भला कहां पीछे रहने वाले थे, एक के बाद एक कई मंत्रियों के बयान सामने आने लगे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी पार्टी के मालिक हैं, उनकी पदोन्नति और नामांकन उनका निजी मामला है, चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक उन्हें चुनाव कराना पड़ रहा है, हालांकि इतनी बड़ी पार्टी के भीतर कोई लोकतंत्र बचा हुआ नहीं है।
He (Rahul Gandhi) is the owner of the party. His elevation & nomination are their personal matter. They are forced to make this arrangement (election) because of the regulations of EC. However, no democracy is left inside such a big party: Union Minister Dharmendra Pradhan pic.twitter.com/P9Ft2wtWWu
— ANI (@ANI) December 4, 2017
आम तौर पर कम बोलने वाले राजनेता के रूप में विख्यात पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह भी राहुल गांधी के नामांकन मसले पर बयान देने से खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के प्रिय नेता हैं और वो पार्टी की महान परंपराओं को आगे ले जाएंगे।
Rahul Gandhi is a darling of the Congress and he will carry forward the great traditions of the party: Dr.Manmohan Singh pic.twitter.com/u7uKWZqWmd
— ANI (@ANI) December 4, 2017
और हमेशा की तरह अपने खास अंदाज में बयान देने के लिए मशहूर पूर्व भाजपा और मौजूदा कांग्रेस नेता व पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मौके पर भी शेर अर्ज कर दिया। सिद्धू ने कहा कि सौ भेड़ों के आगे एक शेर लगाओ तो भेड़ शेर हो जाती है, सौ शेरों के आगे एक भेड़ लगा दो तो शेर ढेर हो जाते हैं। यहां शेर नहीं बब्बर शेर है।
100 bhedon ke aage ek sher lagao toh bheden sher ho jaati hain,100 sheron ke aage ek bhed laga do toh sher dher ho jaate hain. Yahan sher nahi babbar sher hai: Navjot Sidhu on #RahulGandhi pic.twitter.com/AShaDVNGvv
— ANI (@ANI) December 4, 2017
इस पूरे मसले में सबसे रोचक तथ्य ये है कि शायद पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसी दूसरी पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव पर दूसरे दलों के नेताओं के बयान इतनी बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
परमेंद्र मोहन वेब डेस्क

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