पोंजी घोटाले पर शिकंजा : ईडी ने मेघालय में 17.91 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की

पोंजी घोटाले पर शिकंजा : ईडी ने मेघालय में 17.91 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की

पोंजी घोटाले पर शिकंजा : ईडी ने मेघालय में 17.91 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की
Modified Date: December 12, 2025 / 03:23 pm IST
Published Date: December 12, 2025 3:23 pm IST

शिलांग, 12 दिसम्बर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक पोंजी घोटाले की जांच के तहत 17.91 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

ईडी के शिलांग उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने यह कार्रवाई 10 दिसम्बर को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की। कुर्क की गई संपत्तियों में 13 अचल और सात चल संपत्तियां शामिल हैं, जिनमें कई लग्जरी कारें भी बताई जा रही हैं जिन्हें कथित रूप से अपराध की आय से खरीदा गया।

धनशोधन की जांच सीआईडी, मेघालय पुलिस द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी से शुरू हुई, जो आरबीआई (शिलांग) की शिकायत पर आधारित थी। इसके बाद ‘पर्लवाइन इंटरनेशनल’ नामक योजना चलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप-पत्र दाखिल किया गया।

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ईडी के अनुसार, खुद को गलत तरीके से अमेरिका की कंपनी के रूप में पेश करने वाली पर्लवाइन इंटरनेशनल ने आकर्षक योजनाओं का लालच देकर निवेश कराने शुरू किए। कंपनी ने न्यूनतम 2,250 रुपये की सदस्यता राशि ली और 2018 से मार्च 2023 तक पूरे देश में पोंजी नेटवर्क चलाया।

संचालकों ने निवेश जुटाने के लिए देशभर में सेमिनार भी आयोजित किए और 2022 में दावा किया कि उनके भारत और विदेशों में 80 लाख से अधिक सदस्य हैं।

जांचकर्ताओं का अनुमान है कि इस इकाई ने कम से कम 1,575 करोड़ रुपये जुटाए, जिनमें से 395.35 करोड़ रुपये निवेशकों को कभी वापस नहीं किए गए।

ईडी ने बताया कि नीरज कुमार गुप्ता इस घोटाले के मुख्य कर्ताधर्ता हैं। उन्होंने नवंबर 2015 में पर्लवाइन डॉट कॉम डोमेन खरीदा था और भारत तथा थाईलैंड में प्रचार प्रसार के लिए सेमिनार आयोजित किए।

ताज़ा कार्रवाई के साथ इस मामले में कुर्क की गई संपत्तियों का कुल आंकड़ा बढ़कर 54.98 करोड़ रुपये हो गया है। इसमें पहले की 37.07 करोड़ रुपये की कुर्की भी शामिल है।

मामले की जांच जारी है।

भाषा

मनीषा सुरेश

सुरेश


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