अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के प्रमुख प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या में प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर पहुंचे तोगड़िया सोमवार को जिला प्रशासन से बिना अनुमति लिए सरयू तट पर सभा करने पहुंच गए थे। मंगलवार को उनकी रामकोट परिक्रमा और सरयू तट पर संकल्प सभा की तैयारी को देखते हुए अयोध्या में हाई अलर्ट है। हालांकि मान–मनौवल के बाद तोगड़िया ने रामकोट की परिक्रमा का प्रोग्राम रद्द कर दिया। तोगड़िया ने कहा कि ‘दिल्ली में 500 करोड़ का बीजेपी दफ्तर बनवा लिया, मगर रामलला आज भी टाट में ही हैं’।
मंगलवार सुबह अचानक बड़ी संख्या में एएचपी कार्यकर्ता रामकोट परिक्रमा के लिए बढ़ने लगे। ये कार्यकर्ता अयोध्या की तरफ जाने वाले एक बैरियर को धकेलकर जबरन घुसने की कोशिश करने लगे। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गई। इसे लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है। आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। वहीं तोगड़िया सरयू तट पर संकल्प सभा करने की घोषणा कर दी। वहीं राम जन्मभूमि की तरफ जा रहे तोगड़िया समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इस झड़प में एएचपी के कई कार्यकर्ता घायल भी हुए हैं। दरअसल, प्रशासन से टकराव की आशंका को देखते हुए अयोध्या में खास सतर्कता बरती जा रही है। सोमवार से ही तोगड़िया के हर कदम पर प्रशासन की विशेष निगाह बनी हुई है।
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सोमवार को जिला प्रशासन से सरयू तट पर सभा की अनुमति ना मिलने के बावजूद प्रवीण तोगड़िया ने वहां समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, ‘दिल्ली में 500 करोड़ का बीजेपी दफ्तर बनवा लिया, मगर रामलला आज भी टाट में ही हैं’। तोगड़िया ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि हमें अयोध्या में रहने से रोका गया। हमारे समर्थकों के खाने के सामान से लदे ट्रक को रोका गया, ऐसा तो मुलायम राज में हुआ था’।
वेब डेस्क, IBC24
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