President Murmu Rafale Sortie Ambala: आज राफेल में सवार होंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू.. भर चुकी हैं सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान, यहां से करेंगी टेकऑफ
राष्ट्रपति ने कहा, "हमें न केवल अपने देशों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए और न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी अधिक समर्पण के साथ काम करना चाहिए।"
President Murmu Rafale Sortie Ambala || Image- IBC24 News File
- राष्ट्रपति मुर्मू राफेल में भरेंगी उड़ान
- अंबाला एयरबेस पर सभी तैयारियां पूरी
- वायुसेना अधिकारियों संग होंगी मौजूद
President Murmu Rafale Sortie Ambala: नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को हरियाणा के अंबाला में राफेल लड़ाकू जेट में उड़ान भरेंगी। इस पहले पिछले साल 8 अप्रैल, 2023 को राष्ट्रपति ने असम के तेजपुर वायु सेना स्टेशन पर सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।
राष्ट्रपति भवन की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया, “भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को हरियाणा के अंबाला का दौरा करेंगी, जहां वह राफेल में उड़ान भरेंगी।” इसके लिए वायुसेना की तरफ सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई है।
President of India Droupadi Murmu will visit Ambala, Haryana, tomorrow (October 29, 2025), where she will take a Sortie in Rafale: Rashtrapati Bhavan
(file pic) pic.twitter.com/9LTVcQYtUl
— ANI (@ANI) October 28, 2025
मंगलवार को किया आईएसए के आठवें सत्र के उद्घाटन
राष्ट्रपति सचिवालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मंगलवार को राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रीय राजधानी में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सभा (आईएसए) के आठवें सत्र के उद्घाटन सत्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आईएसए मानवता की साझा आकांक्षा का प्रतीक है – समावेशिता, सम्मान और सामूहिक समृद्धि के स्रोत के रूप में सौर ऊर्जा का उपयोग करना।
President Murmu Rafale Sortie Ambala: राष्ट्रपति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया को प्रभावित कर रहा है। इस खतरे से निपटने के लिए तत्काल और ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है और दृढ़ कदम उठा रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि आईएसए सौर ऊर्जा को अपनाने और उसके उपयोग को प्रोत्साहित करके इस वैश्विक चुनौती से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रपति ने कहा, “समावेश का विचार भारत की विकास यात्रा को परिभाषित करता है। सुदूर क्षेत्रों में घरों को रोशन करने का हमारा अनुभव हमारी इस धारणा की पुष्टि करता है कि ऊर्जा समानता सामाजिक समानता का आधार है। सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा तक पहुँच समुदायों को सशक्त बनाती है, स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देती है, और ऐसे अवसरों के द्वार खोलती है जो बिजली के प्रावधान से कहीं आगे तक फैले हुए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि सौर ऊर्जा केवल बिजली उत्पादन के बारे में नहीं है, बल्कि सशक्तिकरण और समावेशी विकास के बारे में भी है।
President Murmu Rafale Sortie Ambala: राष्ट्रपति ने कहा, “हमें न केवल अपने देशों के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए और न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी अधिक समर्पण के साथ काम करना चाहिए।” उन्होंने भरोसा जताया कि इस सभा के विचार-विमर्श और निर्णय सौर ऊर्जा के उत्पादन में मील का पत्थर साबित होंगे, जो एक समावेशी और समतामूलक विश्व के निर्माण में योगदान देगा।

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