नई दिल्ली: Radhika Khera Exposes Bhupesh Baghel? कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आज राधिका खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई कांग्रेसी नेताओं को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। राधिका खेड़ा ने छत्तगीसढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, दीपक बैज, प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ही नहीं प्रियंका ओर राहुल गांधी पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। राधिका ने एक बड़ा खुलासा करते हुए यह भी कहा कि राहुल गांधी के यात्रा के दौरान कोरबा में उनसे पूछा गया कि क्या वह शराब पीती हैं। साथ ही उनका दरवाजा भी बार-बार खटखटाया गया। उन्होंने कहा कि ये सब पूर्व सीएम भूपेश बघेल के इशारे पर होता रहा और वो प्रियंका गांधी के इशारे पर काम करते हैं।
Radhika Khera Exposes Bhupesh Baghel? राधिका खेड़ा ने बताया कि इस विवाद के बाद उन्हें प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ छोड़ने को कहा था। इतना ही नहीं बल्कि उन्हें किसी भी तरह के डिबेट में भी शामिल होने से रोका गया। राधिका ने खुलासा किया कि अपने साथ हुई बदसलूकी के बाद उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई बड़े नेताओं को फोन लगाया लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया। कई दिनों के गुहार के बाद भी जब किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई तब उन्होंने इस्तीफे पर फैसला लिया। इससे पहले उन्होंने खुद भी मीडिया से दूरी बनाई थी।
राधिका ने आगे कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया प्रभारी सुशील आनंद शुक्ला ने मुझे शराब की पेशकश की और वह 5-6 पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मेरे कमरे का दरवाजा खटखटाते थे। ये बात मैंने सचिन पायलट, दीपक बैज और जयराम रमेश, पवन खेड़ा को सूचित किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। मुझे बाद में एहसास हुआ कि मुझे नजरअंदाज कर दिया गया, क्योंकि मैं पार्टी की हिंदू विरोधी विचारधारा का पालन नहीं करती थी।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे त्याग पत्र में राधिका ने विभिन्न पदों समेत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। राधिका खेड़ा ने यह भी दावा किया कि अयोध्या राम मंदिर जाने के बाद से ही पार्टी में उनका विरोध शुरू हो गया था और बाद में अभद्रता भी की गई।
उन्होंने रायपुर में पार्टी दफ्तर में उनके साथ हुई बदसलूकी का हवाला देते हुए कहा कि माता कौशल्या के मायके (छत्तीसगढ़) में बेटी सुरक्षित नहीं है। राधिका ने रविवार को अपने त्याग पत्र में कहा कि राम की भक्त और एक महिला होने के नाते वह बुरी तरह आहत हैं। पार्टी में रामलला के दर्शन करने वाले नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।