विपक्षी दलों की महाबैठक, राहुल गांधी ने कहा- एनडीए सरकार संस्थाओं को तबाह कर रही, मुकाबला करेंगे

विपक्षी दलों की महाबैठक, राहुल गांधी ने कहा- एनडीए सरकार संस्थाओं को तबाह कर रही, मुकाबला करेंगे

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  • Publish Date - December 10, 2018 / 03:47 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

नई दिल्ली। विपक्षी एकता के लिए बुलाई गई बैठक में सोमवार को सपा-बसपा को छोड़ कर 17 दल शामिल हुए। एकजुट विपक्ष ने रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल के इस्तीफे को संस्थाओं पर एनडीए सरकार का प्रहार बताते हुए इसे देश के लिए बेहद खतरनाक करार दिया। इस महाबैठक में विपक्ष ने इसके खिलाफ मुखर विरोध करने की घोषणा की है।

बैठक के बाद सभी दलों की ओर से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि एनडीए सरकार जिस तरह देश की संस्थाओं को तबाह कर रही, उसका हर स्तर पर अब हम मुकाबला करेंगे। उर्जित पटेल के इस्तीफे को बेहद चिंताजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार अपने पाप और आर्थिक कुप्रबंधन को छिपाने के लिए रिजर्व बैंक का खजाना हड़पना चाहती है।

राहुल गांधी ने उर्जित पटेल के कदम की सराहना की और कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि संस्थाओं को ध्वस्त करने के एनडीए सरकार कदमों के खिलाफ ऐसे लोग मुखर आवाज उठाते हुए साफ कर रहे कि अब यह बर्दाश्त के काबिल नहीं है। सीबीआई हो या आरबीआई हर क्षेत्र में लोग सामने आकर कह रहे हैं कि संस्थाओं को बर्बाद करने के प्रयासों को अब सहन नहीं किया जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विपक्षी दल भी इस बात को लेकर एकमत हैं कि आरबीआई को कठपुतली बनाने के सरकार के प्रयासों के खिलाफ संसद के बाहर और भीतर जबरदस्त विरोध किया जाएगा।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कि सरकार की हताशा लगातार बढ़ रही है। रिजर्व बैंक के गर्वनर ने आरबीआई संस्था को बचाने के लिए इस्तीफा दिया है, क्योंकि वह दबाव की वजह से काम नहीं कर पा रहे थे। सरकार अपने नाकामियों और गलत फैसलों को ढंकने के लिए रिजर्व बैंक का जो रिजर्व खजाना हथियाने का प्रयास कर रही है वह देश के लिए बेहद खतरनाक है।

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वहीं बैठक के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता रिजर्व बैंक पर प्रहार के साथ संवैधानिक संस्थाओं को ध्वस्त करने के एनडीए सरकार के कदमों के खिलाफ जल्द ही राष्ट्रपति से भी मिलेंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पटेल के इस्तीफे को आर्थिक आपातकाल की स्थिति बताते हुए कहा कि सीबीआई हो यार आरबीआई देश के इतिहास में ऐसा प्रहार कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राजनीतिक आपातकाल तो इस सरकार ने पहले से ही लागू कर रखा है और विपक्षी दल मिलकर इसके विरोध करेंगे।