राज ठाकरे ने शरद पवार का लिया इंटरव्यू, पीएम मोदी पर सवाल-जवाब
राज ठाकरे ने शरद पवार का लिया इंटरव्यू, पीएम मोदी पर सवाल-जवाब
पुणे। ये एक अनोखा आयोजन था, जिसमें महाराष्ट्र की राजनीति के दो बिल्कुल विपरीत ध्रुव एक-दूसरे के साथ न सिर्फ बैठे थे, बल्कि सवाल-जवाब भी कर रहे थे। 11 साल बाद ये पहला मौका था जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे एक कार्यक्रम में थे। इससे भी खास बात ये कि शरद पवार को इस कार्यक्रम में आने का न्यौता राज ठाकरे ने ही दिया था। ये आयोजन एक अनोखे इंटरव्यू को लेकर था, जिसमें इंटरव्यू देने के लिए शरद पवार बुलाए गए थे, सवाल पूछ रहे थे राज ठाकरे और इस आयोजन को देख रहे थे करीब पांच हजार लोग।
देखें तस्वीर-
We all are proud of our beloved National Leader. Hats off to Saheb and hats off to Raj Thackeray as well.@PawarSpeaks pic.twitter.com/36YugyD3JI
— Sunil Tatkare (@SunilTatkare) February 22, 2018
राज ठाकरे ने संसद में भूतपूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर शरद पवार से प्रतिक्रिया पूछी। इसके जवाब में पूर्व मंत्री पवार ने कहा कि आलोचनात्मक राजनीति चलती रहती है, लेकिन इस बयान को स्वीकार नहीं किया जा सकता कि देश के विकास में या लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में नेहरू का कोई योगदान नहीं था। पवार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि वे वैचारिक मतभेदों के बावजूद सभी का सम्मान किया करते थे। पवार ने महाराष्ट्र के दिग्गज नेता यशवंतराव चव्हाण को याद करते हुए कहा कि उनका मानना था कि भारत को मजबूत लोकतांत्रिक देश बनाने में पंडित नेहरू की बड़ी भूमिका थी।
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शरद पवार ने जब यशवंतराव चव्हाण को लेकर ये कहा कि उस दौर में महाराष्ट्र के नेता देश को सबसे ऊपर रखते थे, अब ऐसा नहीं होता। इस पर राज ठाकरे ने उनसे सवाल किया कि देश के दूसरे राज्यों के नेता ऐसा क्यों नहीं करते? इस सवाल पर पवार का कहना था कि क्षेत्रवाद को राष्ट्र से ऊपर रखने के नजरिये के कारण महाराष्ट्र को नुकसान भी हुआ है, इसकी कीमत चुकानी पड़ी है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने शरद पवार से पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत आने वाले विदेशी मेहमानों को देश के किसी दूसरे राज्य में क्यों नहीं ले जाते, वे सभी को गुजरात ही क्यों ले जाते हैं? इस सवाल पर पवार ने जवाब दिया कि अहमदाबाद और गुजरात के लिए पीएम मोदी का गर्व होना जरूरी है, लेकिन जब कोई राष्ट्र का नेता बनता है तो उसके लिए देश सबसे ऊपर होना चाहिए।
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इस इंटरव्यू से ज्यादा चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि क्या महाराष्ट्र की राजनीति में कोई नई खिचड़ी पक रही है? शिवसेना और बीजेपी हालांकि मिलकर गठबंधन सरकार चला रही हैं, लेकिन इन दोनों दलों के बीच दूरियां गहराती जा रही हैं। दूसरी ओर, शिवसेना और एमएनएस में भी बीच-बीच में मेलमिलाप की ख़बरों के बावजूद दूरियां मिटती नहीं दिख रहीं। ऐसे में राज ठाकरे और शरद पवार का 11 साल बाद इस दोस्ताना माहौल में मंच साझा करने को लेकर अटकलें भी लग रही हैं।
वेब डेस्क, IBC24

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